ग्वालियर: हम लोग कह सकते हैं कि जिन व्यक्तियों के कारण आज अपना यह विचार विजयी हो रहा है, समाज में सर्व स्वीकार हो रहा है उनमें स्व. गंगाराम बांदिल एक प्रमुख अग्रणी नाम थे। यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यकारिणी सदस्य यशवंत इंदापुरकर ने मुखर्जी भवन में स्व गंगाराम बांदिल की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में कहीं।
यशवंत इंदापुरकर ने कहा कि स्व. श गंगाराम के व्यक्तित्व की अनेक विशेषताएं हैं जिनसे वर्तमान पीढ़ी के लोग परिचित नहीं होंगे, उन्हें उनसे प्रेरणा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्व. बांदिल जिस तरह कार्य किया करते थे, हम उनको मौन साधक कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्व बांदिल को बहुत अधिक भाषण देना तथा मंच पर अपने को स्थापित करना उनकी रूचि नहीं थी। वे पीछे रहकर नींव के पत्थर की तरह काम किया करते थे।
इस अवसर पर पूर्व सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि हम सब जानते हैं कि स्व. गंगाराम बांदिल जिस विचारधारा से जुड़े रहे उस विचारधारा को पोषित करने का काम वे बड़ी लगन से किया करते थे। सादगी और सरलता से लोगों को जोड़ने की उनकी अदभुत क्षमता थी।भाजपा प्रदेश मंत्री लोकेन्द्र पाराशर ने स्व बांदिल की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में बोलते हुए कहा कि लश्कर पूर्व में स्व. गंगाराम की प्रेरणा पसरी हुई थी। एक लेडीज साइकिल पर चलने वाला नेता भाऊ साहब पोतनीस बहुमत के साथ चुनाव जीता।
