संपादकीय
संपादकीय
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने बड़बोलेपन के लिए जाने जाते हैं। वे कब क्या कह दें, अपने कहे से मुकर जाएं, पलटी मार दें, अंदाज लगाना मुश्किल है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत द्वारा पाक पर ताबड़तोड़ हमले किए जाने और पाक द्वारा मुकाबला करने की नाकाम कोशिश के बाद […]
चाणक्य नीति में कहा गया है…कार्याकार्यतत्त्वार्थदर्शिनो मंत्रिणा: अर्थात कार्य-अकार्य के तत्वदर्शी ही मंत्री होने चाहिए। चाणक्य का कहना था कि किसी भी राज्य द्वारा करने अथवा न करने योग्य कार्यों के मध्य जो व्यक्ति पूरी तरह से लाभ-हानि का अंदाजा लगा लेता है अथवा जो व्यक्ति अपनी योग्यता से इस […]
जीवन में प्रत्येक सफलता जहां हमें आगे बढऩे की प्रेरणा देती है वहीं असफलता से हमें अपनी गलतियों से सबक लेकर खामियों को दूर कर भविष्य की चुनौतियों पर विजय पाने के लिए खुद को मुकम्मल बनाने की प्रेरणा मिलती है. सीबीएसई की परीक्षा में सफलता हासिल करने वालों के […]
ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुए सीजफायर पर भारत ने तो पूरी ईमानदारी और सैन्य नियमों, मर्यादा के साथ पालन किया लेकिन पाक न सिर्फ समय समय पर सीजफायर का बेशर्मी के साथ उल्लंघन करता रहा है बल्कि भारत के खिलाफ प्रत्येक मोर्चे पर दुष्प्रचार कर विश्व जनमत के बीच इस […]
एयर फोर्स के मिलट्री ऑपरेशन के डीजी एयर मार्शल एके भारती जब राम चरित्र मानस की एक चौपाई “भय बिनु होय ना प्रीत” सुनाते हुए पाक सेना पर भारत द्वारा निरंतर बनाए गए दवाब का उल्लेख कर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर किए गए […]
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद “ऑपरेशन सिंदूर” के जरिए भारत ने जो जवाब दिया, वह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की नई परिभाषा का घोषणापत्र है.इस ऑपरेशन में भारत ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर न केवल 9 आतंकी शिविरों को नष्ट किया, बल्कि लाहौर स्थित […]
कनाडा में मार्क कार्नी के नेतृत्व में लिबरल पार्टी की सत्ता में वापसी केवल एक आंतरिक राजनीतिक परिवर्तन नहीं, बल्कि वैश्विक राजनीति के एक नए अध्याय की प्रस्तावना है. ट्रूडो प्रशासन के दौरान जिस तरह भारत-कनाडा संबंधों में कटुता आई और खालिस्तानी तत्वों को खुले समर्थन ने दोनों देशों के […]
“ऑपरेशन सिंदूर” भारतीय सैन्य इतिहास में केवल एक सैन्य उपलब्धि नहीं, बल्कि यह मानवीय मूल्यों की पुनर्पुष्टि है. जब एक ओर आतंक की छाया निर्दोष जीवन को निगलने को आतुर हो, तब भारतीय सेना ने अपने सटीक और संयमित प्रहार से यह सिद्ध किया कि शौर्य केवल रणभूमि की चीख […]