
सीहोर। जिले के नजदीकी ग्राम खूंटियाखेड़ी में तेंदुए की मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. ग्रामीणों ने बताया कि रात में उन्हें तेंदुए की दहाड़ सुनाई दी. सुबह जब वे गांव में घूमने निकले तो कई स्थानों पर तेंदुए के पगमार्क मिले. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग का दल पहुंचा और ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत देते हुए जंगल में सर्चिंग प्रारंभ कर दी है.
यह इस बरसात के मौसम में जिले में तेंदुए की तीसरी हलचल है. इससे पहले आष्टा क्षेत्र और बुधनी के एक गांव में भी तेंदुआ देखा गया था. बुधनी में तो तेंदुआ आवासीय क्षेत्र तक पहुंच गया था.
बरसात के सीजन में एक बार फिर सीहोर जिले के एक ग्राम में तेंदुए की हलचल देखी गई है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले बुधनी क्षेत्र में भी पिछले दिनों तेंदुआ आवासीय क्षेत्र में नजर आया था लेकिन इस बार सीहोर के समीपस्थ शिकारपुर पंचायत के ग्राम खूंटियाखेड़ी में तेंदुए की आहट सुनाई दी है और उसके पगमार्क भी दिखे हैं. जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल बना है.
जिले में इस बरसात के सीजन में बार-बार आवासीय क्षेत्र में तेंदुए की आहट सुनाई दे रही है जिसके कारण लोग भयभीत हो जाते हैं. पहले आष्टा क्षेत्र के ग्राम में, उसके बाद बुधनी के एक ग्राम में और इस बार सीहोर जिला मुख्यालय के दूरस्थ ग्राम कुटिया खेड़ी में तेंदुए की आहट सुनाई दी है ग्रामीणों ने बताया है कि रात से ही उन्हें तेंदुए की दहाड़ सुनाई दे रही थी जिससे वह भयभीत हो गए थे. सुबह उठकर ग्रामीण एकत्रित होकर जब ग्राम में भ्रमण पर निकले तो देखा कि कई जगह तेंदुए के पगमार्ग बने हुए हैं.
यह देखकर ग्रामीणों को यकीन हो गया कि निश्चित तौर पर तेंदुआ ग्राम में घूम रहा है. तेंदुआ कहीं कोई हानि न पहुंचा दे इसके लिए एहतियात के तौर पर ग्राम के लोगों ने वन विभाग की टीम को सूचना दी. इसके बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग के अमले ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की हिदायत देते हुए जंगल में सर्चिंग अभियान शुरू कर दिया है.
