जबलपुर: कैचमेंट एरिया में भारी बारिश की वजह से बरगी बांध का जलस्तर बढ़ता जा रहा है जिसको नियंत्रित करने सोमवार को 4 गेट और खोल दिए गए हैं। इसके पहले बरगी बांध के 9 गेट खुले हुए थे। इस प्रकार कुल बांध के 13 गेट खुल चुके हैं जिनसे पानी की निकासी 1 लाख 78 हजार 023 क्यूसेक की जा रही है। सभी 13 गेटों को औसत ऊंचाई 3.11 मीटर पर रखा गया है। बांध के 13 गेट खुलने से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में स्थित नर्मदा घाटों पर नर्मदा नदी उफान पर आ चुकीं हैं। बांध प्रशासन ने निचले क्षेत्र के रहवासियों से नर्मदा तट एवं घाटों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की है।
विदित हो कि रानी अवंति बाई सागर परियोजना अंतर्गत बने बरगी बांध पर पानी छोड़ने से पहले गत दिवस ही प्रशासन द्वारा निचले क्षेत्रों तटीय इलाकों को अलर्ट कर दिया गया था और लोगों से नर्मदा घाटों के पास न जाने की अपील की गई थी। जानकारी के अनुसार बरगी बांध का पूर्ण जलभराव स्तर 422.76 मीटर है और ऑपरेशनल मैन्युल के अनुसार 31 जुलाई तक इसका जल स्तर 417.50 मीटर रखा जाना प्रस्तावित है। इसलिए बांध प्रशासन ने यह निर्णय लेकर 21 में से 13 गेट खोले हैं। कार्यपालन यंत्री राजेश सिंह गौंड़ की माने तो पानी की आवक को देखते हुये बरगी बांध से जल निकासी की मात्रा कभी भी घटाई -बढ़ाई जा सकती है।
इन पुलिस थाना क्षेत्रों में हुई मुनादी
बरगी बांध के 13 गेट खुलने से नर्मदा नदी में पानी की आवक अधिक होने से नर्मदा नदी के आसपास वाले सभी पुलिस थानों को विशेष रूप से अलर्ट रहने के निर्देश एसपी सम्पत उपाध्याय द्वारा दिए गए हैं। वहीं थाना बरेला, बरगी, ग्वारीघाट, तिलवारा, चरगवां, बेलखेड़ा, भेड़ाघाट एवं थाना शहपुरा को अलर्ट किया गया है। इसी तरह नर्मदा नदी के आसपास के गांव में सोमवार सुबह से मुनादी कराई गई है कि नदी किनारे कोई भी व्यक्ति न जाए, विशेष रूप से बच्चे, बुजुर्ग और बीमार को नदी से रहने की चेतावनी दी गई है। साथ ही लोगों को नर्मदा तट से दूरी बनाने अपील की गई है।
