महाराष्ट्र के सांगली में बंधक बना कर कराई जा रही थी मजदूरी
छिंदवाड़ा. दमुआ पुलिस ने महाराष्ट्र के सांगली में बंधक बनाए गए 35 मजदूरों को मुक्त करा कर उनके घर पहुंचाया. प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक अजय पांडे से थाना दमुआ क्षेत्र के ग्राम रामपुर के कुछ लोगों ने शिकायत की थी कि महाराष्ट्र के कुछ ठेकेदारो के द्वारा ग्राम रामपुर व उसके आस पास के ग्रामों के करीबन 50 लोगों को खेत में मजदूरी करवाने ले जाने का बोल कर महाराष्ट्र कर्नाटक बार्डर पर स्थित सांगली ले गए जहां ठेकेदारों के द्वारा उन से खेत में काम कराया जा रहा है, और उनको मजदूरी के पर्याप्त रुपए भी नही दिए जा रहे है और तो और मजदूरों को राशन भी छोड़ा सा ही दिया जा रहा है. ठेकेदारों ने मजदूरों पर कही आने जाने पर पाबंदी लगा है. मजदूरों पर हमेशा निगरानी रखी जा रही है और उन्हें बंधक बना कर जबरन मजदूरी कराई जा रही है किसी तरह वहां से कुछ मजदूर भागने में कामयाब हो गए और किसी तरह अपने घर पहुंचे जहां उन्होंने आपबीती बताई.
महाराष्ट्र पुलिस से किया संपर्क ००००००
उक्त मामला संज्ञान में आते ही पुलिस अधीक्षक अजय पांडे ने जुन्नारदेव एसडीओपी राजेश बंजारे को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए जिसके बाद एसडीओपी राजेश बंजारे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी दमुआ एवं जनपद पंचायत जुन्नारदेव सीईओ रश्मि चौहान द्वारा थाना प्रभारी सांगली कृष्णा एवं इंस्पेक्टर यादव से संपर्क व समन्वय स्थापित कर मजदूरो की लोकेशन पता कर तत्काल मजदूरो को ठेकेदारो के चंगुल से मुक्त करवाया गया लेकिन ठेेकेदार पुलिस को देखकर वहां से भागने में कामयाब हो गए. अब पुलिस मजदूरों से पूछताछ कर ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है.
की गई आर्थिक मद्द०००
महाराष्ट्र के थाना सांगली पुलिस ने मजदूरों को मुक्त करा कर थाना प्रभारी दमुआ व जनपद पंचायत सीईओ रश्मि चौहान से संपर्क स्थापित कर वाहन की व्यवस्था कर करीबन 35 मजदूरो को पुलिस सुरक्षा में नजदीकी रेल्वे स्टेशन से सुरक्षित अपने घर के लिए रवाना किया गया जहां से मजदूरों को ट्रेन से इटारसी होते हुए मजदूरो को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया दिया गया.थाना प्रभारी दमुआ व जनपद सीईओ रश्मि चौहान के द्वारा तत्काल आर्थिक मदद प्रदान की गई.
महत्वपूर्ण भूमिका ०००००
इस कार्रवाई में महाराष्ट्र के सांगली थाना प्रभारी इंस्पेक्टर श्रीकृष्णा व इंस्पेक्टर यादव, थाना प्रभारी दमुआ निरीक्षक आशीष कुमार धुर्वे, उपनिरीक्षक तरुण सिंह मरकाम, आरक्षक सागर डेहरिया, आरक्षक राघवेन्द्र कुशवाहा व जनपद सीईओ जुन्नारदेव रश्मि चौहान की महत्वपूर्ण भूमिका रही.