सांची: विश्वविख्यात ऐतिहासिक और पर्यटन नगरी सांची इन दिनों अतिक्रमण की चपेट में है. नगर की कीमती सरकारी भूमि से लेकर मुख्य सड़कों तक अवैध कब्जों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. लगातार बढ़ते अतिक्रमण के चलते सड़कों का स्वरूप गलियों में तब्दील हो गया है, जिससे आए दिन जाम की स्थिति बन रही है.
नगर परिषद प्रशासन जहाँ शहर की सुंदरता और मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिए प्रयासरत है, वहीं अतिक्रमणकारी अपनी मनमानी से पीछे नहीं हट रहे हैं. वर्षों से जारी अवैध कब्जों के कारण नगर की सरकारी भूमि लगभग समाप्ति की कगार पर है. वाहनों की बढ़ती संख्या और सड़कों के सिकुड़ने से यातायात व्यवस्था चरमराई हुई है.
स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि राष्ट्रीय राजमार्ग की सर्विस रोड, जो छोटे वाहनों और पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए बनाई गई थी, वह भी दुकानों, ठेलों और पक्के निर्माणों से भर चुकी है. स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि प्रशासन की कार्रवाई केवल छोटे व्यापारियों तक सीमित रहती है, जबकि प्रभावशाली अतिक्रमणकारियों पर कोई सख्त कदम नहीं उठाया जाता.
प्रशासनिक निष्क्रियता के कारण सांची में अतिक्रमण का जाल दिन-प्रतिदिन फैलता जा रहा है. अन्य शहरों में जहाँ समय-समय पर अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाए जाते हैं, वहीं सांची जैसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल पर ठोस कार्रवाई का अभाव स्पष्ट दिखाई देता है.
अतिक्रमण हटाने की करेंगे कार्यवाही: सीएमओ
नगर परिषद सांची के सीएमओ रामलाल कुशवाह ने बताया कि नगर में निरीक्षण कर कई अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं. शीघ्र ही अतिक्रमण दस्ता गठित कर पूरे नगर में कार्रवाई शुरू की जाएगी. साथ ही सड़कों पर अवैध रूप से खड़े वाहनों के विरुद्ध भी सख्त कदम उठाए जाएंगे.
