फॉरेस्ट रिट्रीट महोत्सव की शुरुआत: गांधी सागर क्षेत्र में वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन को मिलेगी नई पहचान

( सुधीर शर्मा) मंदसौर। जिले के प्रसिद्ध गांधी सागर क्षेत्र में 12 सितंबर 2025 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दो महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का शुभारंभ कर क्षेत्र को वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन के नए आयाम प्रदान किए। कार्यक्रमों का आयोजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल तथा राज्य सरकार की सक्रिय सहभागिता के तहत किया गया। मुख्यमंत्री ने क्षेत्रवासियों और पर्यटकों के लिए साहसिक व सांस्कृतिक गतिविधियों का लाभ उपलब्ध कराने और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़े कदम उठाए।

गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में चीता प्रक्षिप्ति का शुभारंभ

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में दो दक्षिण अफ्रीकी चीता ‘प्रभाष’ और ‘पावक’ का कूनो नेशनल पार्क से स्थानांतरण कर अभयारण्य में छोड़ना रहा। यह परियोजना भारत में चीता पुनः प्रक्षिप्ति अभियान का हिस्सा है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने विजन के अनुरूप आगे बढ़ाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि इससे मध्य प्रदेश को ‘चीता राज्य’ का दर्जा प्राप्त हुआ है और वन्यजीव संरक्षण की दिशा में यह मील का पत्थर साबित होगा।

उन्होंने यह भी बताया कि अगले महीने बोत्सवाना से चार और चीते गांधी सागर लाए जाएंगे, जिससे अभयारण्य में चीता संरक्षण और पर्यटन को नई गति मिलेगी। क्षेत्र में जैव विविधता को बढ़ावा देने तथा पर्यावरण संतुलन बनाए रखने की दिशा में यह प्रयास महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

गांधी सागर फॉरेस्ट रिट्रीट महोत्सव का चौथा संस्करण शुरू

चीता प्रक्षिप्ति के बाद मुख्यमंत्री ने गांधी सागर फॉरेस्ट रिट्रीट महोत्सव के चौथे संस्करण का उद्घाटन किया। यह महोत्सव मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड और ललूजी एंड संस के सहयोग से आयोजित किया गया है। महोत्सव का उद्देश्य क्षेत्र में पर्यटन, साहसिक खेलों और स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देना है। कार्यक्रम के तहत पर्यटकों के लिए 50 से अधिक लक्ज़री टेंट, रॉक गार्डन में स्टोरीटेलिंग अनुभव, पैरासेलिंग, जेट स्कीइंग, हॉट एयर बैलूनिंग, जंगल सफारी, रात्रि वॉक तथा स्टारगेज़िंग जैसी रोमांचक गतिविधियों की व्यवस्था की गई है।

यह महोत्सव पूरे 90 दिनों तक चलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण और स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन से न केवल पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि गांधी सागर क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनाएगा।

पर्यटन और संरक्षण का समन्वय

कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने कहा कि गांधी सागर क्षेत्र को पर्यटन, साहसिक खेलों और वन्यजीव संरक्षण का मॉडल बनाने की दिशा में ये कार्यक्रम ऐतिहासिक साबित होंगे। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित जीएसटी सुधारों का भी उल्लेख करते हुए बताया गया कि छोटे-बड़े उद्योगों और आमजन को इससे राहत मिलेगी, जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलेगी।

आगे की योजनाएँ

मुख्यमंत्री ने आगामी योजनाओं का भी उल्लेख करते हुए कहा कि क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही सरकार द्वारा विकसित भारत चित्रकला प्रतियोगिता, स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, रक्तदान शिविर और प्रबुद्धजनों से संवाद जैसे कार्यक्रमों से समाज में जागरूकता फैलाई जाएगी।

इस प्रकार गांधी सागर क्षेत्र में आयोजित ये दो कार्यक्रम पर्यटन, पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल साबित होंगे। डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में यह क्षेत्र आने वाले वर्षों में पर्यटन और जैव विविधता का प्रमुख केंद्र बनेगा।

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