सीएम मोहन यादव के प्रयास से पहली बार ब्रह्म ध्वज , हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा पर श्रीखंड का लगाया भोग
नवभारत न्यूज
उज्जैन। उज्जैन के ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में हिंदू नववर्ष गुड़ी पड़वा के अवसर पर पुजारियों ने भगवान को नीम मिश्रित जल से स्नान कराकर शृंगारित किया। मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के प्रयास से पहली बार मंदिर में गुड़ी पड़वा पर ब्रह्म ध्वज लगाया गया।
भगवान महाकाल के आंगन से नव संवत्सर की शुरुआत की गई। मंदिर में नए पंचांग का पूजन भी किया गया। भगवान को श्रीखंड और पुरनपोली का भोग लगाया गया। चैत्र मास में ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत होती है। आयुर्वेद में नीम-मिश्री के सेवन को अमृत के समान माना है। इसलिए इस दिन भगवान का नीम युक्त जल से अभिषेक करने की परंपरा है। सनातन धर्म की परंपरा के अनुसार मंदिर के मुख्य शिखर पर नया केसरिया ध्वज फहराया गया।
इधर श्री महाकालेश्वर मंदिर में चैत्र शुक्ल प्रतिपदा गुड़ी पड़वा व हिंदू नववर्ष का उत्सव भी परंपरा अनुसार मनाया गया। श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुड़ीपड़वा नववर्ष विक्रम संवत 2082 पर्व पर श्री महाकालेश्वर भगवान का प्रात: 7 बजे की आरती के पूर्व नीम मिश्रित जल से अभिषेक किया गया। आरती पश्चात मंदिर के नैवेद्य कक्ष में मुख्यपुजारी घनश्याम शर्मा द्वारा गुड़ी उभारी व पंचांग का पूजन किया।
राज्यपाल पटेल ने महाकाल के दर्शन किये
उज्जैन। मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने अपने उज्जैन प्रवास के दौरान श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुचकर श्री महाकालेश्वर भगवान के दर्शन किये। पूजन पुजारी आकाश शर्मा द्वारा सपन्न करवाया गया। इस अवसर पर श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा प्रशासक प्रथम कौशिक ने राज्यपाल पटेल का स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट किया।