डीजे संचालकों ने किया चक्काजाम

पुलिस पर पथराव, कई पुलिस अधिकारी-कर्मचारी चोटिल

नवभारत न्यूज

झाबुआ। मप्र शासन द्वारा हाल ही में विवाह समारोह एवं जुलूस आदि में डीजे पर प्रतिबंध लगाया गया है। जिसके बाद जिले में प्रशासन एवं पुलिस द्वारा डीजे संचालकों पर ताबड़तोब कार्रवाई कर उनके चालान बनाने एवं डीजे वाहन जप्त करने से आक्रोशित जिलेभर के 50 से अधिक डीजे संचालक 5 मार्च को सड़क पर उतर आए। शहर से सटे ग्राम करड़ावद बड़ी मंे नेशनल हाईवे मार्ग पर डीजे संचालकों ने अपने डीजे वाहन खड़े पर पूरे मार्ग को बाधित कर दिया। जिसमें मार्ग के दोनो और लंबा जाम लग गया। पुलिस एवं प्रशासन को सूचना मिलने पर मौके पर डीजे संचालकों को समझाने पहुंची पुलिस पर इन डीजे संचालकांे ने पथरावबाजी की, जिसमें कई पुलिस अधिकारी-कर्मचारी चोटिल होने के साथ पुलिस वाहन एवं अन्य वाहनों के कांच भी फोड़े़। मामला गर्माता देख हाईवे मार्ग पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। साथ ही प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पहुंचकर डीजे संचालकों को समझाईश दी कि वे चक्काजाम समाप्त कर शांति से बातचीत करे। काफी मशक्कत और समझाईश के बाद डीजे संचालकों ने चक्काजाम समाप्त किया। चक्काजाम से यात्रियों और मरीजों का काफी परेशानियां झेलना पडी।

कार्रवाई से आक्रोश, यात्री, मरीज हुए परेशान

मप्र शासन के शादियों, जुलूस आदि में डीजे पर प्रतिबंध के आदेश के बाद जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन ने जिलेभर में सख्ती से कार्रवाई करते हुए शादियों, जुलूस में डीजे का उपयोग करने पर संचालकों के चालान बनाने के साथ उनके वाहन आदि भी जप्त कर लिए। जिससे आक्रोशित संचालकों ने एक दिन पूर्व प्रशासन एवं पुलिस को चेतावनी देते हुए 5 मार्च को करड़ावद बड़ी में नेशनल हाईवे मार्ग पर दोपहर 12 बजे से अपने-अपने डीजे वाहन सड़क पर खड़े कर नेशनल हाईवे मार्ग को जाम कर दिया। थोड़ी ही देर हाईवे मार्ग पर दोनो और वाहनों की लंबी कतारे लग गई, जिससे यात्री बसों के साथ अन्य वाहनों के पहिये भी वही थम गये। चक्का जाम के चलते मेघनगर से टेन पकडने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पडा। वही दुसरी तरफ दाहोद जाने वाले मरीजों और उनके परिजनो को भी काफी परेशानियों का सामना करना पडा। वही चक्काजाम में फसे यात्रियों को भी काफी परेशानी झेलना पडी।

कर्ज के साथ घर चलाने में परेशानी

प्रदर्शनकारी डीजे संचालकों ने बताया कि उन्होने डीजे का संचालन करने के लिए बैंकों आदि से लाखों रूपयें के लोन ले रखे है। डीजे पर प्रतिबंध लगाने के कारण हमारा धंधा चौपट हो गया है। वही पुलिस द्वारा चालान भी बनाये जा रहे है, जिसके कारण ना तो लोन की किश्ते समय पर भर पा रहे है, वही दुसरी तरफ धंधा बंद होने से परिवार का पालन पोषण भी नही कर पा रहे है। डीजे पर प्रतिबंध लगाये लंबा समय हो गया है, जिसके कारण किश्ते नही भर पा रहे है और संबंधित संस्थाएं किश्त की राशि जमा करने के लिए दबाव बना रही है। ऐसे में हम मरने की स्थिति में खडे हो गए है। यदी शासन-प्रशासन हमारी सुनवाई नही करता है तो हमारे यहां अप्रिय घटनाएं भी घटित हो सकती है।

लाठीचार्ज व आंसू गैस के गोले छोड़े

चक्का जाम की सूचना प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को मिलने पर मौके पर डीजे संचालकों को समझाने एसडीएम भास्करे गाचले, प्रभारी तहसीलदार सुनिलकुमार डावर, अति. पुलिस अधीक्षक पीएल कुर्वे, डीएसपी कमलेश शर्मा, एसडीओपी रूपरेखा यादव, थाना प्रभारी आरसी भास्करे आदि पहुंचे, तो आक्रोशित डीजे संचालकों ने उन पर भी पत्थरबाजी शुरू कर दी। पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों पर पथराव कर घायल करने के साथ पुलिस वाहन एवं अन्य खड़े वाहनों के कांच फोड़ दिए। जिसमें बाद रक्षित निरीक्षक द्वारा पुलिस लाईन से पुलिस, व्रज वाहन एवं अतिरिक्त पुलिस बल बुलवाया गया। प्रदर्शनकारियों को रोकने एवं स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पूरी ऐहतियात के साथ पुलिस बल ने लाठीचार्ज करने के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इस बीच प्रदर्शनकारियों की और से भी पत्थर किए गए। दो बार पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच मुठभेड़ हुई।

पूरे क्षेत्र में फैली सनसनी

इस घटना में ग्राम करड़ावद बड़ी सहित आसपास के गांवों छोटी करड़ावद, गोपालपुरा, मिंडल आदि गांवों मंे भी सनसनी फैल गई एवं सड़कों पर ग्रामीणांे की अत्यधिक भीड़ एकत्रित हो गई। काफी देर तक तनातनी एवं गहमागहमी भरा माहौल रहा। डीजे संचालक अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे वहीं प्रशासन एवं पुलिस में भी चक्काजाम समाप्त करवाने को लेकर रणनीति बनाई।

वरिष्ठ अधिकारियों ने दी समझाईश

दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ चक्काजाम शाम 4 बजे तक चला। इस बीच प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों ने डीजे संचालकों को बुलवाकर उनसे बातचीत की। जिसमंे डीजे संचालकों ने बताया कि केवल झाबुआ जिले में ही डीजे संचालकों को बेवजह प्रशासन एवं पुलिस परेशान करते हुए ताबड़तोब कार्रवाई कर रहीं है, जबकि समीपस्थ अलीराजपुर, धार, रतलाम, बड़वानी आदि जिलों मंें शादियों, जुलूस, चल समारोह आदि में खुले रूप से डीजे बज रहे है। इससे डीजे संचालकों का धंधा चोपट करने से उन्हें काफी नुकसान हो रहा है। डीजे संचालकों की मांग है कि उन्हें शादियों, जुलूस, चल समारोह में डीजे बजाने की लिखित में अनुमति दी जाए।

काफी मशक्कत के बाद चक्काजाम समाप्त

प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को तर्क दिया की मप्र शासन द्वारा डीजे पर प्रतिबंध लगाया गया है। सरकार की गाईड लाईन के अनुसार ही अनुमति दी जा सकती है। साथ ही प्रदर्शनकारियों से कहा कि वह चक्काजाम समाप्त कर शांति से कलेक्टोरेट कार्यालय आकर बातचीत करे, तो समस्या का हाल निकाला जा सकता है। प्रशासन एवं पुलिस की काफी मान-मनोव्वल एवं समझाईश के बाद डीजे संचालकों ने चक्काजाम 4 बजे समाप्त किया तब जाकर नेशनल हाईवे मार्ग पर आवागमन सुचारू हो पाया।

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