बेलेम (ब्राज़ील), 23 नवंबर (वार्ता) संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी30) दिन भर चली लंबी चर्चा के बाद शनिवार शाम को अपने समापन पर पहुँचा। इस दौरान 194 देशों के बीच उत्सर्जन कम करने के उपायों पर सहमति बनी, साथ ही जलवायु परिवर्तन के अनुकूल होने और जीवाश्म ईंधन की खपत कम करने के लिए देश-विशिष्ट रणनीतियों के विकास पर भी सहमति बनी।
मीडिया को दिए एक बयान में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन कार्यकारी सचिव साइमन स्टील ने इस वर्ष सामने आई चुनौतियों पर टिप्पणी की और कहा कि इनकार, विभाजन और भू-राजनीतिक कारकों ने अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में काफी बाधा डाली है। हालाँकि,सीओपी 30 ने प्रदर्शित किया कि जलवायु मुद्दों पर सहयोग मज़बूत बना हुआ है, जो वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा के भीतर रखने के प्रयास के साथ-साथ एक रहने योग्य ग्रह को सुरक्षित रखने के लिए मानवता की प्रतिबद्धता को उजागर करता है।
स्टील ने ज़ोर देकर कहा, “मैं यह दावा नहीं कर रहा कि हम जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई जीत रहे हैं, लेकिन निस्संदेह हम अभी भी इसमें लगे हुए हैं। इस समय, राष्ट्रों ने एकता, वैज्ञानिक मार्गदर्शन और समझदार आर्थिक दृष्टिकोण को चुना है। हालाँकि इस वर्ष एक राष्ट्र ने उल्लेखनीय रूप से पीछे हटते हुए देखा है, 194 देशों ने अटूट एकजुटता का प्रदर्शन किया है, जिससे जलवायु सहयोग के लिए उनका समर्थन और मज़बूत हुआ है।”
