
सीहोर। जिले के भैरूंदा में बुधवार को हजारों आदिवासियों ने जंगल, जमीन और जल के अधिकारों की मांग को लेकर ऐतिहासिक प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में केंद्रीय कृषि मंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश दोनों जगह भाजपा की सरकार है, इसलिए आदिवासियों के हक से कोई समझौता नहीं होगा. शिवराज ने वन विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि पुराने कब्जों को वैधता दिलाने का प्रयास किया जाएगा, क्योंकि यह जमीनें आदिवासी परिवारों के जीवन-यापन का सहारा हैं.
आदिवासी समाज ने दो सूत्रीय मांगें रखीं पहली, वन मित्र पोर्टल पर लंबित दावों का शीघ्र निराकरण और दूसरी, प्रस्तावित अभयारण्य योजना को पूर्णतः निरस्त किया जाए. रैली के दौरान नगर के मुख्य मार्गों पर जाम की स्थिति बनी रही. शिवराज ने कहा कि अमीरों को जंगल की जमीन पर रिसॉर्ट बनाने की अनुमति मिल जाती है, जबकि गरीब आदिवासियों को नोटिस थमा दिए जाते हैं. उन्होंने आदिवासियों से एकजुट रहने और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संगठित संघर्ष का आह्वान किया.
