
मंडला। जिला मुख्यालय से पर्यटन स्थल सहस्त्रधारा को जोड़ने वाला मार्ग बदहाली की नई तस्वीर पेश कर रहा है। बमुश्किल एक वर्ष पूर्व बना यह मार्ग पहली ही बारिश में जगह-जगह से उधड़ चुका है। सड़क कम और गड्ढे ज्यादा नजर आ रहे हैं। हालात यह कि कई स्थानों पर एक से दो फीट गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिससे राहगीरों की जान जोखिम में है।
विडंबना यह है कि इसी मार्ग पर वन विभाग, पुलिस अधीक्षक, 35वीं बटालियन के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट, सीआरपीएफ कमांडेंट सहित कई अधिकारियों का निवास है। इसके अलावा यह मार्ग दो ग्राम पंचायतों को जोड़ता है। वहीं, शमशान घाट जाने के लिए भी यही मुख्य रास्ता है, जिससे प्रतिदिन सैकड़ों लोगों का आवागमन होता है।
चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों ग्राम पंचायतों के सरपंच और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी इसी मार्ग से रोजाना गुजरते हैं, बावजूद इसके सड़क सुधारने की सुध किसी ने नहीं ली। स्थानीय लोग अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की इस उदासीनता पर आक्रोश जता रहे हैं।
जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते अब यह मार्ग दुर्घटनाओं का कारण भी बनता जा रहा है। क्षेत्रवासियों ने जल्द से जल्द सड़क मरम्मत कराने की मांग की है, वरना जन आंदोलन की चेतावनी दी है।
