सर्दियों में पौधों को पानी देने का सही तरीका

सर्दियों में पौधों की देखभाल अन्य मौसम की तुलना में अधिक सावधानी मांगती है। जहाँ तापमान कम होने से मिट्टी देर से सूखती है तो पौधों की वृद्धि भी धीमी पड़ जाती है और जड़ों की पानी की ज़रूरत काफी घट जाती है। ऐसे में अधिक पानी देना पौधों के मरने का सबसे बड़ा कारण बन जाता है। इसलिए इस मौसम में पानी देने का तरीका बदलना बेहद जरूरी है।
– सर्दियों में गमले के पौधों को पानी कैसे दें?
– मिट्टी को छूकर चेक करें।
– ऊपर की 1–2 इंच मिट्टी सूखी लगे तभी पानी दें।
– यदि मिट्टी में हल्की नमी भी महसूस हो तो पानी बिल्कुल न दें।
– सर्दियों में गमले आमतौर पर 2–7 दिन तक बिना पानी के आराम से चल जाते हैं।
– सुबह 9–1 बजे पानी दें।
-ठंडी रात में पानी देने से मिट्टी ठंडी होकर जड़ें नुकसान झेलती हैं।
-सुबह का समय जड़ों के लिए सुरक्षित और पौधों के लिए ऊर्जा देने वाला होता है।
– थोड़ा-थोड़ा पानी दें।
– गर्मी की तरह गमला भरकर पानी नहीं डालना चाहिए।
-केवल इतना पानी दें कि मिट्टी समान रूप से गीली हो जाए, लेकिन भीगी हुई न रहे।
– तश्तरी में पानी जमा न होने दें।
– तश्तरी में खड़ा पानी जड़ों को सड़ाने का सबसे तेज़ कारण है।
– पानी देने के 10 मिनट बाद तश्तरी खाली कर दें।
– पत्तियों पर पानी न गिराएँ, गिला न करें।
– ठंड में गीली पत्तियों पर फंगल रोग जल्दी लगते हैं।
– हमेशा सीधे मिट्टी में ही पानी दें।
– हर 5–10 दिन में एक बार डीप वॉटरिंग जरूर करें।
– महीने में 2–3 बार गहराई तक पानी देने से जड़ें स्वस्थ रहती हैं।
– डीप वॉटरिंग से मिट्टी अंदर तक नम रहती है और पौधा ठंड सहने में सक्षम होता है
छोटा सा सुझाव
अगर आप पौधों को लंबे समय तक ताज़ा और हरा रखना चाहते हैं तो उन्हें ज़्यादा पानी देने की गलती कभी न करें. पौधों को प्यार और ध्यान की ज़रूरत होती है, न कि बार-बार पानी की.
