ग्रीष्म ऋतु के आरंभ में आहार संबंधी सावधानियाँ
शरद ऋतु के बाद जब गर्मी का मौसम आता है, तब मौसम में अचानक परिवर्तन से हमारे शरीर पर सीधा प्रभाव पड़ता है और हमारी रोग संबंधी क्षमता प्रभावित हो सकती है। आहार विशेषज्ञ के अनुसार, इस समय संतुलित आहार और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना चाहिए, ताकि शरीर गर्मी के प्रभाव से बचा रहे और हम स्वस्थ बने रहे। अगर सही आहार नहीं लिया जाए तो डायरिया, अपच, थकान, मधुमेह, त्वचा संक्रमण और हीटस्ट्रोक जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए मौसम के अनुसार शरीर को ढालना आवश्यक होता है। शरद ऋतु में तैलीय और सुपाच्य भोजन की अधिकता रहती है, लेकिन गर्मी के मौसम में शरीर के लिए पौष्टिक और सुपाच्य भोजन की आवश्यकता होती है। ग्रीष्म ऋतु में शरीर में अधिक मात्रा में पानी की कमी जल्दी हो सकती है, जिससे डायहाइड्रेशन होने की संभावना बनी रहती हैऔर थकान हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि 8-10 गिलास पानी पिएं और नारियल पानी, छाछ, नींबू पानी और बेल का शरबत जैसे प्राकृतिक पेय लें। मिर्च-मसालेदार और तली-भुनी चीजे पाचन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव डालती हैं, जिससे एसिडिटी और पेट की अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए भारी, तैलीय और गरिष्ठ भोजन की बजाय सुपाच्य भोजन करना चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए संतुलित भोजन में कार्बोहाइड्रेट से कुल 60-70 प्रतिशत कैलोरी, प्रोटीन से 10-12 प्रतिशत कैलोरी, वसा से 20-25 प्रतिशत कैलोरी शामील होना चाहिए। ग्रीष्म ऋतु में खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूजा, संतरा, अनानास जैसे फलों का सेवन शरीर को निर्धारित और आवश्यक विटामिन प्रदान करते है। बहुत अधिक शीतल पेय पदार्थ और कोल्ड ड्रिंक का सेवन से अचानक तापमान परिवर्तन हो सकता है, जिससे गले में क्षति (खराश) और विषाक्तता हो सकती है। जबकि बहुत अधिक गर्म भोजन से शरीर का तापमान असंतुलित हो सकता है। इसलिए, आहार विशेषज्ञ इस मौसम में सामान्य तापमान वाले भोजन और पेय लेने की सलाह देते हैं। चाय, सिगरेट और शराब जैसे पेय पदार्थ शरीर में जल की मात्रा को कम कर सकते हैं और डायहाइड्रेशन बढ़ा सकते हैं। गर्मी में इनका सेवन कम से कम करना चाहिए।
आहार विशेषज्ञ के अनुसार, शरद ऋतु की समाप्ति और ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत में खान पान में अनुशासन और सावधानी बहुत जरूरी है। ताजा और पोषणयुक्त भोजनकर और पानी की मात्रा आधारित संरचना से हम शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं और गर्मी में शरीर को एनर्जीवान बनाए रखा जा सकता है, बल्कि कई प्रकार के ग्लूकोज से भरपूर आहार लेने से भी बचा जा सकता है। सही आहार का पालन करके हम गर्मी के प्रभाव को कम कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
वर्षा श्रीवास्तव
आहार विशेषज्ञ