
इंदौर. मूसाखेड़ी क्षेत्र में निर्माणाधीन पुल पर काम कर रहे मजदूर की चौकीदार और अन्य कर्मचारियों ने बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई थी, घटना मंगलवार की है, जबकि गुरुवार को मृतक का अंतिम संस्कार किया. इस जघन्य वारदात से गुस्साए परिजनों ने शव थाने के बाहर रखकर हंगामा किया और ठेकेदार को भी आरोपी बनाने की मांग की थी.
एडिशनल डीसीपी आलोक शर्मा ने बताया कि मृतक की पहचान शिवदर्शन नगर निवासी उमेंद्र सिंह ठाकुर पिता महाराज सिंह के रूप में हुई है. पुलिस को घटना स्थल के पास लगे चाय ठेले वाले से अहम सुराग मिला, जिसने देखा था कि चौकीदार किसी युवक को घसीटते हुए सड़क तक लाया था. इसी सूचना के आधार पर पुलिस ने संदेह के आधार पर चौकीदार से पूछताछ की, जिसने न सिर्फ पीटने की बात कबूल की, बल्कि यह भी बताया कि मृतक सरिए की चोरी कर रहा था. पूछताछ में चौकीदार ने अपने चार अन्य साथियों के नाम भी उजागर किए. पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मंगलवार रात ही सभी पांच आरोपियों को हिरासत में ले लिया था. आरोपियों में रामअवतार लोधी, बहादुर लोधी दोनों निवासी मयूर नगर, साहिल राजपूत पिपलियाहाना, राहुल पटेल मयूर नगर और सुजीत शामिल हैं. प्रारंभिक पूछताछ में सभी ने मारपीट की बात स्वीकार की है. हालांकि, पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम की पूरी रिपोर्ट अब तक नहीं आई है, जिससे मौत के कारणों और गंभीर चोटों की सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है. प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, शरीर पर कई जगह गंभीर चोटें थीं, लेकिन कुल कितने फ्रैक्चर हुए, यह मेडिकल परीक्षण के बाद ही स्पष्ट होगा. बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव को थाना परिसर के बाहर रखकर चार घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया. परिजनों की मांग थी कि ठेकेदार को भी आरोपी बनाया जाए, क्योंकि उसकी जानकारी में यह सब हो रहा था. काफी समझाइश के बाद परिजन शांत हुए और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए. गुरुवार को उमेंद्र का अंतिम संस्कार कर दिया गया.
पुलिस ने की तुरंत कार्रवाई, लेकिन सवाल अब ठेकेदार की भूमिका पर
हालांकि पुलिस ने महज कुछ घंटों में आरोपियों को गिरफ्तार कर तत्परता दिखाई, लेकिन परिजनों का गुस्सा इस बात को लेकर है कि जब निर्माण स्थल पर हर गतिविधि ठेकेदार की निगरानी में होती है, तो क्या उसे मारपीट की भनक नहीं लगी थी? अब परिजन ठेकेदार को मुख्य आरोपी बनाए जाने की मांग कर रहे हैं. मामले में एडिशनल डीसीपी आलोक शर्मा का कहना है कि हर पहलू से जांच की जा जारी है, पीएम रिपोर्ट आने के बाद आगे की धाराएं तय की जाएंगी, फिलहाल पांचों आरोपी रिमांड पर हैं.
