बेंगलुरु, 14 अप्रैल (वार्ता) जनता दल (सेक्युलर) के युवा प्रदेश अध्यक्ष निखिल कुमारस्वामी ने सोमवार को कर्नाटक सरकार के जाति सर्वेक्षण पर तीखा हमला करते हुए इसे ‘सिद्दारमैया (मुख्यमंत्री) द्वारा, सिद्दारमैया के लिए, तथा सिद्दारमैया को’ स्वयं तैयार किया गया दस्तावेज बताया।
पार्टी के राज्य मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री कुमारस्वामी ने कहा कि रिपोर्ट से कथित रूप से लीक हुए आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि यह कवायद राजनीति से प्रेरित थी तथा मुख्यमंत्री के निजी एजेंडे के अनुरूप थी।
श्री कुमारस्वामी ने कहा,“राज्य में सात करोड़ से अधिक कन्नड़ लोग हैं। सर्वेक्षणकर्ताओं को यह रिकॉर्ड प्रस्तुत करना होगा कि उन्होंने वास्तव में कितने घरों का दौरा किया। यहां तक कि हमारे परिवार से भी सर्वेक्षण के लिए कभी संपर्क नहीं किया गया। ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं।”
उन्होंने आरोप लगाया कि पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता और वैज्ञानिक आधार का अभाव है।
उन्होंने कहा,“श्री सिद्दारमैया जाति जनगणना के नाम पर परीक्षण कर रहे हैं। रिपोर्ट के डेटा को आधिकारिक रूप से जारी होने से पहले ही मीडिया में लीक किया जा रहा है।” इस बात पर ज़ोर देते हुए कि जाति सर्वेक्षण का उद्देश्य आर्थिक, शैक्षिक और सामाजिक असमानताओं को संबोधित करना होना चाहिए, श्री कुमारस्वामी ने कहा कि वर्तमान रिपोर्ट सही भावना से तैयार नहीं की गई है।
उन्होंने कहा,“अगर सर्वेक्षण कभी ज़मीन पर नहीं किया गया, तो यह सारा पैसा कहाँ गया? सरकार को रिकॉर्ड प्रस्तुत करना चाहिए कि वास्तव में किन घरों का दौरा किया गया। जांच ज़रूरी है।” उन्होंने बताया कि कैबिनेट के मंत्रियों ने भी रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर चिंता जताई है।
उन्होंने कहा,“यह सर्वेक्षण एक समुदाय को खुश करने और श्री सिद्दारमैया की राजनीतिक कुर्सी की रक्षा के लिए बनाया गया प्रतीत होता है। यदि डेटा वास्तविक और वैज्ञानिक है, तो इसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए। यदि नहीं, तो हम पुनर्मूल्यांकन की मांग करेंगे।”
युवा प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी चेतावनी दी कि जातिगत आंकड़ों के चुनिंदा लीक से विभिन्न समुदायों और आध्यात्मिक नेताओं में चिंता पैदा हो रही है, और उन्होंने सरकार से पूरी रिपोर्ट पारदर्शी तरीके से जारी करने का आग्रह किया।
हाल ही में हुबली में एक नाबालिग लड़की के कथित बलात्कार और हत्या की घटना पर श्री कुमारस्वामी ने पुलिस कार्रवाई का पुरजोर समर्थन करते हुए कहा कि आरोपियों का एनकाउंटर उचित है। उन्होंने कहा,“यह एक जघन्य अपराध था, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया। ऐसी घटनाएं अक्सर हो रही हैं। मैं पुलिस द्वारा की गई एनकाउंटर कार्रवाई का स्वागत करता हूं। सरकार को ऐसे अत्याचारों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।”
उन्होंने बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की भी आलोचना की। श्री कुमारस्वामी ने कहा,“पिछले दो वर्षों में बलात्कार, यौन उत्पीड़न, हत्या, डकैती और हिंसा में तेज वृद्धि हुई है। मौजूदा शासन में महिलाएं, बच्चे और आम जनता असुरक्षित हैं।”
