गजब….ये गांव नहीं जबलपुर शहर है…..
नगर निगम के साथ बिजली विभाग को नहीं है खबर….
जबलपुर:जब गहरी नींद में बिजली विभाग, नगर निगम के जिम्मेदारों के साथ पूरा शहर सो रहा होता है तब बैटरी वाले ई-रिक्शा चालकों का एक समूह जागता है और फिर शहर में वो कारनामा करता है जो शायद एक गांव में किया जाता रहा है। जी हां…. रुपयों व बिजली बिल की बचत के चक्कर में गली-मोहल्ले की नगर निगम की स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन से बिजली चोरी कर बारी-बारी से ई-रिक्शा चार्ज करने का काम इन दिनों शहर के कुछ इलाकों में बेखौफ किया जा रहा है। चालकों को पता है रात को कोई रोक-टोक करने वाला नहीं है। लिहाजा इस बात का खुलासा तब हुआ जब कुछ सजग क्षेत्रीय लोगों ने इसका विरोध किया।
जानकारी के अनुसार उजारपुरवा, गोहलपुर, कृष्णा कॉलोनी, घमापुर, अधारताल, रांझी की बस्तियों में इलेक्ट्रिक ई-रिक्शा स्ट्रीट लाइट के बिजली कनेक्शन से बिजली चोरी कर चार्ज किए जा रहे हैं। विदित हो कि पिछले कुछ महीनों से लगातार बैटरी वाले वाहनों को बड़ी तादाद में शहर की सड़कों में देखा गया है इसका मतलब साफ है कि लगातार इन वाहनों की बिक्री में इजाफा हुआ है। इतना ही नहीं शहर के हाट बाजारों में भी रोशनी करने के लिए बैटरी का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसके लिए बैटरी को चार्ज करने लोग शॉर्ट कट अपना रहे हैं।
बढ़ रहा बिजली बिल, अपना रहे शॉर्ट कट
जानकारी के अनुसार जब बैटरी वाले ई रिक्शा वाहनों की संख्या में इजाफा हुआ तो निश्चित ही बिजली के लोड पर भी इजाफा हुआ। ऐसे में यदि चालक घर से वाहनों को चार्ज कर रहे हैं तो उनकी जेब ढीली हो रही है क्योंकि बढ़ा हुआ बिजली का बिल उन्हें परेशान करने लगा है। ऐसे में ई रिक्शा चालकों ने बिजली चोरी का रास्ता अपनाया है। अब जिम्मेदार नगर निगम और बिजली विभाग के अधिकारियों की कार्रवाई का इंतजार है कि वो किस तरह किन इलाकों में ऐसे बिजली चोरी करने वालों पर कब कार्रवाई करते हैं
