भोपाल। रेल सुरक्षा बल विभाग की संपत्ति और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सजग है. आरपीएफ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए सुरक्षित माल परिवहन के साथ-साथ यात्रियो की भी सहायता कर रहा है. पश्चिम मध्य रेल वित्तीय वर्ष अप्रैल 2024 से मार्च 2025 की समयावधि के दौरान रेल सुरक्षा बल द्वारा निम्न उपलब्धियां प्राप्त की गई.
आरपीएफ ने ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के अंतर्गत रेलवे सुरक्षा बल पश्चिम मध्य रेल के द्वारा वर्ष 2023-24 में 428 बिछड़े/घर से भागे/अपहरण का शिकार हुये बच्चों को उनके परिजनों/पुलिस/गैर सरकारी संगठन जैसे चाइल्ड लाइन इत्यादि को सुपुर्द किया था. शिकार हुये बच्चों को उनके परिजनों/पुलिस/ गैर सरकारी संगठन जैसे चाइल्ड लाइन को सुपुर्द किया था. ऑपरेशन अमानत के तहत 2023-24 में 704 यात्रियों को उनकी खोयी हुयी संपत्ति – मोबाइल, लैपटॉप, पर्स, ज्वैलरी इत्यादि) अनुमानित कीमत 2,04,25,289/- रूपये को सुपुर्द किया तथा वर्ष 2024-25 में 916 यात्रियों को उनकी खोयी हुयी संपत्तियां जिसमें कि (जैसे- मोबाइल, लैपटॉप, पर्स, ज्वैलरी इत्यादि) अनुमानित कीमत 1,81,87, मोबाइल, लैपटॉप, पर्स, ज्वैलरी सहित अन्य सामग्री अनुमानित कीमत 1,81,87,108 रूपये को सुपुर्द किया गया. साथ ही ऑपरेशन जीवन रक्षा के तहत 2023-24 में 14 यात्रियों की और 2024-25 में 31 यात्रियों की जान बचायी गई. ऑपरेशन मेरी सहेली के तहत
अंतर्गत रेलवे सुरक्षा बल, पश्चिम मध्य रेलवे के द्वारा वर्ष 2023-24 में 6,985 ट्रेनों में 52,511 की गयी। तथा वर्ष 2023-24 में 7,521 ट्रेनों में 58,511 और 312 महिलाओं को आरपीएफ महिला अधिकारियों / कर्मचारियों द्वारा अटेंड कर आवश्यक सहायता प्रदान की गयी. पमरे रेल सुरक्षा बल द्वारा चालू वित्तीय वर्ष में भी इसी प्रकार अभियान जारी रखा जायेगा।
