सरई : स्थानीय तहसील मुख्यालय में स्थित शासकीय महाविद्यालय के पठन-पाठन की लचर व्यवस्था और अधिकांश पिरियड न लगने को लेकर छात्रों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी आगामी भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हैं।महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बताया गया कि हमारे महाविद्यालय में प्राध्यापक व प्रिंसिपल सहित कुल संख्या सात टीचर है। लेकिन केवल एक ही पीरियड लगती है। कभी-कभार वो भी नही लगती, छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। महाविद्यालय में करीब पॉच सैकड़ा छात्र-छात्राओं में केवल 100 या 50 के संख्या में छात्रों की उपस्थिति रहती है। क्योंकि सही तरीके से क्लास नही चल पा रही, इसलिए छात्रों ने विद्यालय आना ही छोड़ दिया।
वहीं प्राध्यापक आपने मनमाने ढंग से आते जाते है। जब मर्जी हुआ आए और जब मर्जी हुआ चले गए। कोई ध्यान देने वाला नही है। वही महाविद्यालय में पदस्थ रेखा सेन जिनका काम टीचिंग का है उनको विद्यालय के संबंध काम देकर रीवा एपीएस हर समय भेजा जाता है। बताया जा रहा है कि उनका घर रीवा में है वो काम के बहाने रीवा अपने घर चली जाती हैं तो हफ्तेभर नही लौटती। दो प्राध्यापक उपस्थित, तो दो अनुपस्थित इसी तरह चल रहा है। बरका महाविद्यालय का सिस्टम के साथ चल रहा छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है और आरोप लगाया जा रहा है कि एपीएस रीवा की जिम्मेदार अधिकारी व प्रशासन मौन है। साथ ही यहां के प्राध्यापको को खुली छुट मिली है।