इंदौर: शहर में प्रतिबंधित चायनीज मांझे की बिक्री के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. रविवार को परदेशीपुरा चौराहे स्थित वर्मा नर्सिंग होम में गंभीर रूप से घायल एक युवक को भर्ती कराया गया. युवक के गले में चायनीज मांझा अटकने के कारण गहरी चोट लग गई थी, जिसके बाद डॉक्टरों ने चार घंटे लंबे ऑपरेशन के दौरान उसके गले में 35 टांके लगाए. समय पर इलाज मिलने से युवक की जान बच गई.
वर्मा नर्सिंग होम के डॉ. सुरेश वर्मा ने बताया कि भागीरथपुरा निवासी 22 वर्षीय युवक को उसके परिजन गंभीर हालत में अस्पताल लेकर आए थे. परिजनों के अनुसार, चायनीज मांझा गले में फंसने से युवक की गर्दन कट गई थी, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव होने से युवक बार-बार बेहोश हो रहा था. डॉ. वर्मा और उनकी टीम ने तुरंत युवक को ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर रक्त स्राव को रोका.उसके गले में 35 टांके लगाए गए.
इलाज के बाद युवक को दो दिनों तक जनरल वार्ड में निगरानी में रखा गया. डॉक्टरों की कड़ी मेहनत और समय पर मिले उपचार के चलते युवक की जान बच गई और दो दिन बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. शहर में प्रतिबंधित चायनीज मांझा अभी भी चोरी-छिपे बेचा जा रहा है, जिससे लगातार हादसे हो रहे हैं. डाक्टर वर्मा का कहना है कि चायनीज मांझे से घायल होने वाले मरीज एक दो दिन छोड़ कर आ रहे अस्पताल पहुंच रहे हैं.