उज्जैन: घर से काम पर जाने का बोलकर निकले युवक ने रात में जहरीला पदार्थ खा लिया। दोस्तों ने अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उपचार के लिए भर्ती किया है। परिजन अस्पताल पहुंचे तो युवक के पास से डेढ़ पेज का सुसाइड नोट बरामद हुआ। जिसमें महिला पर प्रताडि़त करने के आरोप लगाए गए हैं। महिला ने उस पर कुछ समय पहले दुष्कर्म का आरोप लगाया था जिसके चलते एक माह तक जेल में बंद रहा था।
विश्वबैंक कॉलोनी में रहने वाला रामचरण पिता कन्हैयालाल फर्नीचर बनाने का काम करता है और दो बच्चों का पिता है। बीती रात उसे दोस्त जीरो पाइंट ब्रिज के पास से बेसुध हालत में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। रामचरण ने जहरीला पदार्थ खाया था। दोस्तों ने उसकी पत्नी को मामले की सूचना दी। पत्नी और परिजन अस्पताल पहुंचे। इस दौरान रामचरण के पास से डेढ़ पेज का सुसाइड नोट मिला। जिसमें उसने लिखा था कि मैं अपने परिवार और बच्चों से बहुत ज्यादा प्यार करता हूं पर क्या करूं आज उनको मैं बीच मझधार में छोडक़र जा रहा हूं। सुसाइड नोट में पिंकी दास नामक महिला का नाम लिखा हुआ था। वहीं रामचरण ने अपनी दास्तां भी बयां की थी।
जिसके आधार पर सामने आया कि कुछ समय पहले वह साइड पर फर्नीचर का काम करने गया था। जहां उसकी पहचान पिंकी से हुई थी। पिंकी ने उससे कुछ रुपए उधार लिए और दोस्ती बढ़ा ली। पिंकी की मां और भाई तथा अन्य परिवार के लोग भी उससे बातें करने लगे। इस बीच दोनों के बीच दोस्ती गहरी हो गई। जिसके बाद पिंकी ने रूपए मांगने की डिमांड बढ़ाना शुरू कर दिया। नहीं देने पर बलात्कार की शिकायत दर्ज करा दी जिसके चलते रामचरण को एक माह पांच दिन तक जेल में रहना पड़ा। बाद में 11 लाख रुपए लेकर राजीनामा कर लिया गया। रामचरण ने सुसाइड नोट में लिखा कि राजीनामा होने के बाद भी पिंकी उसे ब्लैकमेल कर रुपयों की मांग कर रही है। नहीं देने पर 20 साल तक जेल भिजवाने की धमकी भी दे रही है। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर लिया है। रामचरण की हालत में सुधार होने पर बयान दर्ज किए जाएंगे। फिलहाल रामचरण का उपचार जिला अस्पताल में जारी है।