शिप्रा का जलस्तर बढ़ा, जलसंकट का टला, शनिवार की शाम 6 तक डेम में 1222 एमसीएफटी पानी संग्रहण

उज्जैन। सावन सूखा चला गया, भादो से भी अब सिर्फ उज्जैन को अदद बरसात की आस ही बची थी, ऐसे में भगवान महाकाल की कृपा से इंदौर में शुक्रवार शनिवार की दरमियानी रात भारी बारिश हुई ,जिससे यशवंत सागर फुल हो गया। गेट खोलना पड़ गए, जिससे कि उज्जैन का गंभीर डेम लबालब हो गया। अब आने वाला जल संकट का खतरा टल गया है, शिप्रा नदी भी लबालब हो गई है यहां तक की मंदिर भी जलमग्न हो गए हैं। शनिवार की शाम 6 बजे तक समाचार लिखे जाने तक गंभीर में डेम 1222 एमसीएफटी पानी का संग्रहण हो चुका था। वहीं 5 से 7 एमसीएफटी प्रति घंटे की आवक होने से रविवार सुबह तक लगभग 1300 एमसीएफटी पानी संग्रहित हो सकता है। पीएचई के अधिकारियों ने बताया। इधर शनिवार सुबह से शाम तक उज्जैन में बारिश होती रही जिससे शिप्रा उफान पर रही। यहां तक की शिप्रा नदी के छोटे-बड़े मंदिर जलमग्न हो गए।

बारिश की लंबी खेंच के बाद फिर मानसून के सक्रिय होने से पश्चिम मध्यप्रदेश में इन दिनों झमाझम बारिश का सिलसिला जारी है।

 

गेट खोलना पड़ा

इंदौर में भारी बारिश के चलते शुक्रवार की रात 9 बजे यशवंत सागर का एक गेट खोला गया ,जो शनिवार को सुबह 6 बजे बंद हुआ। यशवंत सागर का पानी गंभीर डेम पहुंचने में लगभग 6 घंटे लगते हैं। गंभीर डेम की कुल क्षमता 2250 एमसीएफटी हैं। वहीं इधर शिप्रा भी जल स्तर बढ़ गया था।

 

पानी की आवक जारी

मौसम वैज्ञानिकों से लेकर पीएचई के अधिकारियों का मानना है कि लगातार हो रही बारिश और दूसरे जिलों से आ रही पानी की आवक से गंभीर डेम से लेकर क्षिप्रा का जलस्तर लगातार बढ़ता रहेगा। इंदौर, देवास क्षेत्र में बारिश लगातार जारी रही तो गंभीर डेम शीघ्र पूरा भरा जाएगा।

 

पुजारियों व श्रद्धालुओं को रोकना पड़ा

इधर लगातार हो रही बारिश से शिप्रा नदी के तट पर स्थित मंदिर भी डूब गए। प्रशासन ने घाट की ओर जाने वाले मार्ग बेरिकेट्स लगाकर प्रतिबंधित कर दिए है। वहीं बडऩगर मार्ग की और जाने वाले छोटे पुल से पानी करीब 15 फीट ऊपर बह रहा है। लगातार हो रही बारिस के कारण पुलिस प्रशासन अलर्ट है। उज्जैन में आज सुबह करीब 10 बजे शुरू हुई बारिश से जनजीवन खासा प्रभावित हुआ है। हालांकि की शहर के निचले इलाकों में अभी जल भराव की स्थिति देखने को नही मिली है।

 

जिले में औसत 14.1 मिमी वर्षा हुई

इस वर्षा मानसून सत्र में जिले में अभी तक औसत 550.9 मिमी वर्षा हुई है। गत वर्ष इसी अवधि में जिले में औसत 567 मिमी वर्षा हुई थी। पिछले चौबीस घंटे के दौरान 24 अगस्त की प्रात: तक जिले में औसत 14.1 मिमी वर्षा हुई है। इस दौरान घट्टिया तहसील में 5, खाचरौद में 45, नागदा में 23.1, बडऩगर में 8, महिदपुर में 30, झारड़ा में 8, तराना में 5 और माकड़ोन तहसील में 3 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है। कार्यालय भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस वर्ष अभी तक उज्जैन तहसील में 562 मिमी, घट्टिया में 426, खाचरौद में 467, नागदा में 763.9, बडऩगर में 449, महिदपुर में 556, झारड़ा में 602.2, तराना में 591.1 और माकड़ोन तहसील में 541 मिमी वर्षा हुई है।

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