इस वर्ष वसूले गये 17 करोड़, बकायादारो का नाम चस्पा, होगी कुर्की की कार्यवाही
नवभारत न्यूज
रीवा, 10 मार्च, नगर निगम के आय का सबसे बड़ा साधन सम्पत्तिकर एवं अन्य कर है, जिससे आय होती है. लेकिन कर की राशि वसूलने में नगर निगम को पसीना छूट गया. लगभग 42 करोड़ दबाकर बकायादार बैठे है, वसूली नही हो पा रही है. बड़े बकायादारो के नामो का खुलासा करते हुए सार्वजनिक स्थलो पर सूची चस्पा की गई है और अब कुर्की की कार्यवाही नगर निगम करेगा.
गौरतलब है कि साल भर सम्पत्तिकर वसूली को लेकर नगर निगम कछुआ गति से काम कर रहा था. लेकिन वित्तीय वर्ष समाप्त होने के पहले युद्ध स्तर पर वसूली की कार्यवाही चल रही है. वर्ष 2023-24 में 19 करोड़ की वसूली का लक्ष्य रखा गया था. जिसमें लगभग 17 करोड़ अब तक वसूली हो चुकी है, जबकि पुरानी राशि लगभग 38 करोड़ बकाया थी, जिसमें वसूली भी हुई. कर की राशि देने में लोग आना कानी करते है. जिसके चलते वसूली का लक्ष्य पूरा नही हो पाता है. अभी लगभग 42 करोड़ रूपया बकायादार दबाकर बैठे है. जिसकी वसूली के लिये एक्शन प्लान तैयार किया गया है. एक लाख से ऊपर के लगभग 42 बकायादार चिन्हित किये गये है, जिनके नाम की सूची सार्वजनिक स्थलो में लगाई गई है ताकि शर्मिंदा होकर कर की राशि जमा कर दे. इसी तरह 50 हजार से एक लाख तक के 360 बकायादार है, जो अभी तक कर की राशि जमा नही किये है. बताया गया है कि दस साल से लेकर अब तक के बकायादार है जो कर की राशि का भुगतान नही कर रहे है. जबकि कई बार नोटिस भी दी जा चुकी है. उसके बाद भी राशि जमा करने बकायादार आगे नही आ रहे है. वसूली न होने से राशि बढ़ती जा रही है और इसके लिये नगर निगम अब सख्त कदम उठाने जा रहा है. बड़े बकायादारो को अंतिम मौका दिया जायेगा, अगर राशि जमा नही करते है तो उनके यहां कुर्की की कार्यवाही की जायेगी. बड़े बकायादारो में ऐसे कई नामचीन लोग है जो पैसा जमा नही कर रहे है. वही व्यवसायिक भवनो का लगभग सम्पत्तिकर जमा हो रहा है. जबकि घरेलू में सबसे ज्यादा दिक्कत आ रही है. जिसकी वसूली में पसीना छूट रहा है.
कुर्की की कार्यवाही बकायादारो के यहां होगी: उपायुक्त
नगर निगम के राजस्व उपायुक्त एमएस सिद्दीकी ने बताया कि लगभग 40 से 42 करोड़ की राशि वसूली की जानी है. बड़े बकायादारो के नाम चिन्हित कर उसकी सूची सार्वजनिक की गई है. अगर पैसा जमा नही करते तो एक मौका दिया जायेगा. नोटिस जारी करने के बाद कुर्की की कार्यवाही की जायेगी. उन्होने बताया कि 1 लाख से अधिक के लगभग 40 से 42 बकायादार है.