
रायसेन। जिले का सबसे बड़ा अस्पताल एक बार फिर चर्चा में है।
हालांकि इसका कारण अस्पताल में मरीजों के पलंग पर रेंगते कॉकरोच और खुले आम घूम रहे कीड़े हैं। इसी बीच कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा ने इसे गंभीरता से लिया है।
एक सामाजिक कार्यकर्ता ने इसकी शिकायत बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष आदित्य चावला से की तो उन्होंने जिला अस्पताल में निरीक्षण कार्रवाई के दौरान पाया कि अस्पताल में गंदगी का अंबार लगा है। वहीं बच्चों के पलंगों के नीचे कॉकरोच के ढेर और खुले आम कीड़े मकोड़े रेंगते हुए भी पाए गए।
आरोप हैं कि जिला अस्पताल के सिविल सर्जन का चार्ज जब से डॉ यशपाल सिंह बालियान ने संभाला, तब से जिला अस्पताल उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। बताया जा रहा है कि डॉ बालियान कभी कार्यालय में नहीं बैठते और अपने घर से ही जिला अस्पताल चला रहे हैं। उन पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लग चुके हैं।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष आदित्य चावला ने कहा कि बच्चों से संबंधित शिकायत उनके पास आई थी। इसके बाद उन्होंने निरीक्षण किया तो गंदगी और कीड़ों के साथ काॅकरोच भी मिले। उन्होंने कहा कि वे इसकी उच्च स्तरीय शिकायत करेंगे।
वहीं कलेक्टर अरुण विश्वकर्मा का कहना है कि मामले की जांच कराकर कार्रवाई कराई जाएगी। भविष्य में ऐसी कोई गलती ना हो, ऐसे प्रयास भी किए जाएंगे।
