
जबलपुर। समाजसेवी के नाम से फेमस होने के बाद करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले अमित खम्परिया को पुलिस रिमांड के दौरान उमरिया स्थित उसके घर ले गई जहां डेढ़ घंटे तक पुलिस ने सर्चिंग की लेकिन पुलिस को आर्म्स नहीं मिले। जिसके बाद टीम उसे वापिस लेकर आ गई। अमित रिमांड के दौरान पुलिस को गुमराह कर रहा है। पूछताछ के दौरान वह कभी चुप्पी साध रहा है तो कभी गोलमोल जवाब दे रहा है जिसके चलते पीडि़तों को डराने, धमकाने में इस्तेमाल किए गए आर्म्स की अब तक बरामदगी नहीं हो पाई है।
विदित हो कि अवैध उत्खनन, धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत अमित खम्परिया के खिलाफ कुल 17 अपराध दर्ज है। संजीवनी नगर एवं मदनमहल थाने में दर्ज अपराध में वह लंबे समय से फरार था जिसे नागपुर से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद टीम ने उसे 15 दिन की रिमांड पर लिया है। सन 2024 में संजीवनी नगर थाने में सचिन गुप्ता निवासी संजीवनी नगर की रिपोर्ट पर अमित खम्परिया, अमित द्विवेदी, अभिषेक बैरागी, श्रीकांत समेत अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। आरोपियों द्वारा टोल प्लाजा का संचालन करने और अधिक मुनाफे का लालच देकर षडयंत्र रचते हुए 1,21,45, 296 रूपए हड़पे गए थे। साथ ही बंदूकधारियों के साथ पीडित को बंधक बनाकर धमकाया था। जिसमेें भी उसकी गिरफ्तारी दर्ज हुई थी। अब पुलिस को बंदूकों की तलाश है।
