रायपुर, 10 दिसंबर (वार्ता) छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया की समय सीमा तीन माह बढ़ाने की मांग कांग्रेस ने एक बार फिर दोहराई है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि एसआईआर का अंतिम दिन होने के बावजूद अब तक केवल लगभग 50 प्रतिशत मतदाताओं के प्रपत्र ही जमा हो सके हैं। ऐसे में सभी मतदाताओं का पुनरीक्षण पूर्ण होना संभव नहीं है। उन्होंने राज्य चुनाव आयोग द्वारा 99.98 प्रतिशत फार्म जमा होने के दावे को अव्यावहारिक बताया और कहा कि अभी भी बड़ी संख्या में लोगों तक फार्म पहुंचा ही नहीं है, जमा होना तो दूर की बात है।
कांग्रेस के अनुसार बीएलओ अब तक करीब 22 लाख लोगों तक नहीं पहुंच पाए हैं। ऐसे में वास्तविक स्थिति को देखते हुए एसआईआर की समय सीमा बढ़ाना आवश्यक है। दीपक बैज ने जानकारी दी कि पार्टी ने राज्य चुनाव आयोग को ज्ञापन सौंपकर अवधि बढ़ाने की मांग रखी थी। वर्तमान समय में धान कटाई और विक्रय कार्य चल रहा है, जिससे ग्रामीण व्यस्त हैं। बस्तर क्षेत्र में हाल ही की भीषण बाढ़ में कई लोगों के दस्तावेज नष्ट हो गए थे, जिसके कारण वे समय पर आवश्यक कागजात जमा नहीं कर पाए। इसलिए अतिरिक्त तीन माह का समय दिया जाना उचित होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि मनरेगा कार्य बंद होने की वजह से बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर-चांपा, जशपुर और बस्तर के अनेक लोग आजीविका की तलाश में राज्य से बाहर गए हैं। ऐसे प्रवासी श्रमिकों का एक माह में एसआईआर पूरा होना कठिन है। बस्तर के 600 से अधिक नक्सल प्रभावित गांवों के वे लोग, जो वर्षों से तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में बसे हुए हैं, उनका पुनरीक्षण भी इतनी कम अवधि में संभव नहीं है।
बैज के अनुसार चुनाव में अभी तीन वर्ष शेष हैं, ऐसे में पुनरीक्षण प्रक्रिया को जल्दबाजी में एक माह में पूरा कराना आवश्यक नहीं है। समय सीमा तीन माह बढ़ाने से लोगों को दस्तावेज प्रस्तुत करने का पर्याप्त अवसर मिलेगा और सूची अधिक सटीक रूप से तैयार हो सकेगी।
