इंदौर: जिले में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य पूरा हो गया है. आज कलेक्टर सभागृह में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ जिला निर्वाचन अधिकारी ने समीक्षा बैठक ली. बैठक में वर्तमान एसआईआर कार्य का विवरण प्रस्तुत किया गया. साथ ही जिले में 585 नए मतदान केंद्रों बढ़ाए जाने की जानकारी दी गई.
इसके अतिरिक्त मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन पूर्व के लिए दावे आपत्ति लगाने और किसी मतदाता का नाम छुटने की स्थिति में पुनः आवेदन करने की प्रक्रिया भी बताई गई है. कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी शिवम वर्मा ने जिले में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्यों की समीक्षा के लिए कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक आयोजित की. इस बैठक में मान्यता प्राप्त सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. बैठक में बताया गया कि इंदौर जिले ने एसआईआर का निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण कर लिया है. बैठक में आयोग के निर्देशानुसार अगले चरण की गतिविधियों और समय सीमा में पूरा करने की जानकारी बताई गई.
मैपिंग कार्य प्राथमिकता से होगा
बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी शिवम वर्मा ने बताया कि जिले में वर्तमान में लगभग 6 प्रतिशत मतदाता अनमैप्ड हैं, जिनकी मैपिंग कार्य को प्राथमिकता पर किया जाएगा। इसके लिए शीघ्र ही बीएलओ तथा राजनीतिक दलों के बीएलए की संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी. ताकि सभी लंबित आवेदनों को समय पर निपटाया जा सके. अनमैप्ड रह जाने वाले मतदाताओं को नोटिस जारी किए जाएंगे. वे आयोग द्वारा निर्धारित दस्तावेजों के आधार पर अपने दावे प्रस्तुत कर सकेंगे. इसके बाद दावे आपत्ति बुलाए जाएंगे. दावे आपत्ति के पूरा होने पर अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा. जिले में प्रयास किया जा रहा है कि कोई भी पात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में जुड़ने से रह नहीं जाएं.
नए प्रस्तावित केंद्रों की जानकारी दी
बैठक में राजनीतिक दलों को नए प्रस्तावित मतदान केंद्रों की जानकारी भी दी गई. आगामी मतदाता सूची का नए मतदान केंद्रों को ध्यान में रखते हुए प्रकाशन किए जाएगा, जिले में वर्तमान में अभी 2625 मतदान केंद्र है. जिले में 585 नए मतदान केंद्र आयोग के अनुमोदन के बाद बनाए गए हैं. नए मतदान केंद्रों को मिलाकर अब जिले में 3210 मतदान केंद्र हो गए हैं.
सुझाव दिए
बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने जनसुविधा बढ़ाने हेतु कई सुझाव प्रस्तुत किए है, जिनमें बीएलओ और एईआरओ की बैठकों के स्थान को तय करने पर जोर दिया गया, ताकि मतदाताओं को दावा आपत्ति लगाने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़े.
यह समीक्षा भी
बैठक में अधिकारियों ने बताया कि एब्सेंट, शिफ्टेड, डेड तथा डुप्लीकेट प्रविष्टियों की भी समीक्षा की गई है. उपरोक्त मामले में आवश्यक कार्रवाई भी की जाएगी. यदि कोई मतदाता स्वयं आकर निर्धारित समय में दावा प्रस्तुत करता है, तो उसके नाम को भी नियमानुसार अपडेट किया जाएगा.
यह थे मौजूद
बैठक में अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी नवजीवन विजय पवार, सहायक उप जिला निर्वाचन अधिकारी अजीत श्रीवास्तव, मुख्य प्रशिक्षक आर.के. पांडे सहित कई अधिकारी और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे.
