इंदौर: शहर में बढ़ते साइबर अपराधों के बीच क्राइम ब्रांच इंदौर ने वर्ष 2025 में बड़ी उपलब्धि दर्ज की है. विभाग की तुरंत कार्रवाई और समन्वित जांच से ऑनलाइन ठगी के शिकार आवेदकों को 14 करोड़ रुपए से अधिक की राशि वापस कराई गई है.एडीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि क्राइम ब्रांच इंदौर की फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीमों ने जनवरी से नवंबर 2025 के बीच 14,33,57,247 की राशि ऑनलाइन ठगी पीड़ितों को सफलतापूर्वक रिफंड कराई.
इसी अवधि में विभाग को लगभग 4500 साइबर फ्रॉड शिकायतें प्राप्त हुईं, जिन पर प्राथमिकता से कार्रवाई कर अनेक मामलों में त्वरित निपटान किया. कार्रवाई के दौरान टीमों ने हजारों फर्जी बैंक खातों को फ्रीज कराया, 250 से अधिक हैक किए गए फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट रिकवर कराए तथा 300 से ज्यादा फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट, जो आवेदकों के नाम और तस्वीरों का दुरुपयोग कर बनाए गए थे, ब्लॉक करवाए.
एडीसीपी ने यह भी बताया कि जिन प्रकार की शिकायतें सबसे अधिक सामने आईं, उनमें निवेश आधारित ऑनलाइन फ्रॉड (टास्क, ट्रेडिंग, गेमिंग आदि), बैंक अधिकारी बनकर केव्हायसी अपडेट या रिवॉर्ड प्वाइंट के नाम पर ठगी तथा डेटिंग और मैट्रीमोनियल साइट्स से जुड़े धोखाधड़ी के मामले प्रमुख रहे. इसके अलावा उन्होंने वर्षभर चलाए गए साइबर जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से लाखों नागरिकों को सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार और धोखाधड़ी से बचाव के उपायों की जानकारी भी दी है.
इस तरह करवाए रिफंड
जनवरी: 70,32,307, फरवरी: 81,95,694, मार्च: 60,10,955, अप्रैल: 61,54,890, मई: 1,73,04,552, जून: 1,86,62,205, जुलाई: 1,78,82,194, अगस्त: 1,49,71,122, सितंबर: 1,68,10,000, अक्टूबर: 1,30,94,421, नवंबर: 1,72,38,907.
