जबलपुर: मामलों की निगरानी और पैरवी में कोई ढिलाई न बरतें। अपने-अपने विभाग से संबंधित सभी न्यायालयीन प्रकरणों में समय पर और प्रभावी ढंग से जवाब प्रस्तुत करें। यह बातें निगमायुक्त रामप्रकाश अहिरवार ने न्यायालयीन प्रकरणों की समीक्षा बैठक में कहीं। उन्होंने सभी न्यायालयीन प्रकरणों के निराकरण को समय-सीमा के भीतर सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि इस महत्वपूर्ण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान स्थापना, उद्यान, संपदा, अतिक्रमण, भवन बाजार, और स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अधिकारियों को समीक्षा बैठक में दिए महात्वपूर्ण निर्देश।निगमायुक्त के निर्देशों का मुख्य उद्देश्य नगर निगम से जुड़े न्यायालयीन प्रकरणों के अनावश्यक विलंब को रोकना और न्यायालयीन प्रक्रिया को गति देना है, जिससे निगम के कार्य सुचारू रूप से चल सकें।
निगमायुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि यदि किसी अधिकारी की ओर से निर्धारित समय सीमा में जवाब या कार्रवाई नहीं की जाती है, तो उनके विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। बैठक में अपर आयुक्त अरविन्द शाह, व्ही.एन. बाजपेयी, देवेन्द्र सिंह चौहान, अधीक्षण यंत्री कमलेश श्रीवास्तव, उपायुक्त संभव अयाची, कार्यपालन यंत्री शैलेन्द्र मिश्रा, जी.एस. मरावी, सहायक आयुक्त वेदप्रकाश, सुश्री अंकिता बर्मन, उद्यान अधिकारी आलोक शुक्ला, स्थापना अधीक्षक संजय पटैल, सहायक विधि अधिकारी राजीव अनभोरे, कॉलोनी सेल प्रभारी सुनील दुबे, स्वच्छता सेल के नोडल अधिकारी अभिनव मिश्रा, बाजार अधीक्षक राजेन्द्र दुबे, के साथ अन्य सभी विभागीय प्रमुख आदि उपस्थित रहे
