
भोपाल। नीट-यूजी 2025 के मॉपअप राउंड में हुए फर्जीवाड़े में पुलिस ने दो आरोपी एजेंटों के साथ दो विद्यार्थियों के पिता को भी जेल भेज दिया है. छात्र- छात्रा के एडमिशन की प्रक्रिया में फर्जी रूप से विकलांगता के दस्तावेज तैयार करने वाले अन्य आरोपियों की तलाश फिलहाल जारी है. कोहेफिजा थाना पुलिस ने मामले में प्रकरण दर्ज करते हुए आरोपियों से पूछताछ की थी. सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद उन्हें जेल भेज गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक मॉपअप राउंड में बिहार के छात्र हिमांशु कुमार और मुंबई की छात्रा क्रिस्टल डी. कोस्टा ने अपने दस्तावेज फर्जी रूप से तैयार कराते एडमिशन की प्रक्रिया में हिस्सा लिया था. दोनों ही छात्र- छात्रा के फर्जी दस्तावेज तैयार कराने वाले उनके पिता ने जिन एजेंटों से संपर्क किया था, उन्हें भी पुलिस ने धर दबोचा और उन्हें जेल भेज दिया. बता दें कि बीते शनिवार को ही कोहेफिजा थाना पुलिस ने मामले में आरोपी छात्र-छात्रा को हिरासत में लिया था. इस मामले में पूर्व में सामने आए 14 संदिग्ध रजिस्ट्रेशन की जांच में तीन उम्मीदवारों के दस्तावेज गलत पाए गए थे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस फर्जीवाड़े मामले में अब तक पांच उम्मीदवारों को काउंसलिंग प्रक्रिया से बाहर किया जा चुका है. चिकित्सा शिक्षा संचालनालय को शिकायतें पूर्व में मिलीं थी. उम्मीदवारों एकता यादव, आलोक गुप्ता और चंदन गुप्ता के नाम के दस्तावेज फर्जी पाए गए थे.
