इंदौर:मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई संपन्न हुई. कलेक्टर शिवम वर्मा ने नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता और मानवीय संवेदनाओं के साथ सुनते हुए कई मामलों का हाथों-हाथ निराकरण किया. कलेक्टर द्वारा किसी को इलाज के लिए, किसी को शिक्षा के लिए तो किसी को रोजगार के लिए तत्काल सहायता प्रदान की गई.जनसुनवाई में पारसी मोहल्ला में रहने वाली मंगला सोनकर और उनकी पुत्री ने कलेक्टर से मुलाकात की.
मंगला सोनकर ने बताया कि उनके पति आकाश की एक घटना में मृत्यु हो चुकी है और बच्चों की देखभाल में कठिनाई हो रही है. कलेक्टर श्री वर्मा ने बच्ची खुशी की शिक्षा की व्यवस्था करने और गर्भवती मंगला सोनकर के प्रसव खर्च का वहन राज्य शासन द्वारा किए जाने के निर्देश दिए. जनसुनवाई के दौरान आलापुर जूनी इंदौर के 71 वर्षीय दयाराम ने बताया कि वे गिरने से घायल हो गए थे और उनके कंधे व कुल्हे में रॉड लगी है, जिससे चलने में कठिनाई हो रही है.
उन्हें चलने में सहायक एक विशेष जूते की आवश्यकता है जिसकी कीमत लगभग 4 से 5 हजार रुपये है. कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को तत्काल जूता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. देपालपुर के कीरखेड़ा गांव के भागीरथ पिता सेवाराम ने बताया कि उनकी माता जी की एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई है. कलेक्टर ने तत्काल 10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की.
एक अन्य प्रकरण में बुजुर्ग दंपत्ति दुर्गादास मानकचंद गोयल और उनकी पत्नी ने बताया कि उनके परिजन उन्हें परेशान कर रहे हैं और मकान पर कब्जे की कोशिश कर रहे हैं. इस पर कलेक्टर ने एसडीएम मल्हारगंज को शीघ्र न्याय दिलाने के निर्देश दिए. साथ ही दिव्यांग महिला जानकी रावत को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु पीएम स्वनिधि योजना के तहत तत्काल प्रकरण स्वीकृत करने के निर्देश भी दिए. कलेक्टर शिवम वर्मा ने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य केवल शिकायतें सुनना नहीं, बल्कि जरूरतमंदों को राहत और न्याय दिलाना है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर नागरिक की समस्या का समाधान प्राथमिकता से किया जाए
