कटनी: सिवनी हवाला लूट कांड से एक्शन मोड में आये आईजी प्रमोद वर्मा जो पूर्व से ही तेज-तर्रार छवि के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने सिवनी में करोड़ों की लूट में संलिप्त 9 पुलिस कर्मियों को निलंबित और एसडीओपी के खिलाफ कार्यवाही के लिए लिखकर अपने तेवर जाहिर कर दिए हैं। इसी क्रम में कटनी से चार पुलिस कर्मियों का जिला बदर कर स्पष्ट सन्देश दे दिया है कि कोई भी बक्शा नहीं जाएगा जो अनैतिक गतिविधियों में लिप्त होगा।
फिर कोई कितनी भी लंबी पहुंच क्यों न रखता हो, श्री वर्मा के सख्त तेवरों और चार लोगों के स्थानांतरण से कटनी पुलिस विभाग में खलबली मच गई है। क्योंकि सर्वविदित है कि पिछले काफी समय से कटनी क्रिकेट सट्टे और हवाला कारोबार का गढ़ बना हुआ है। पुलिस के संरक्षण में फल-फूल रहे सट्टे और हवाला कारोबार की जानकारी अब तक पदस्थ रहे लगभग सभी अधिकारियों को रही है, पूर्व में गौरव तिवारी और अब आईजी प्रमोद वर्मा के अलावा किसी ने भी इनपर चोट करने की हिम्मत नहीं कि है। जो जैसा चल रहा था चलने दिया, किसी ने अपने निजी हित साधे तो किसी ने आंखें बंद रखी।
आईजी श्री वर्मा द्वरा उठाये गए कदमों का सिलसिला रूकने वाला नहीं हैं, जो भी उनके रडार में आएगा वो नपेगा, फिर वो कोई भी हो, किसी भी पद पर हो। जिले में अब भी बचे सटोरियों और क्क्रिकेट सट्टेबाजों के हिमायती बेचैनी महसूस कर रहे हैं कि, न जाने कब उनका भी नम्बर आ जाये। खूब चांदी काटी है इन हिमायतियों ने, इस महँगाई के जमाने मे छोटी सी तनख्वाह में ब्रांडेड जूते, कपड़े, स्मार्ट वॉच, मंहगी गाड़ियां क्या नहीं था इनके पास, ऐसा प्रतित होता था मानो कुबेर का खजाना मिल गया हो, मंहगी हवाई यात्राएं, लग्जरी होटलों में महंगी पार्टियां जन्नत थी इनके कदमो में, जो अब खिसकती प्रतीत हो रही है।
आईजी श्री वर्मा के इस कदम से कर्तव्यनिष्ठ पुलिस कर्मियों और आम जनमानस में विश्वास की भावना जागृत हुईं है, ऐसे ही अधिकारियों की वजह से आज भी लोगों का पुलिस पर भरोसा कायम है, जो सभ्य समाज के लिए आवश्यक है। आईजी श्री वर्मा के कड़े रुख के कारण ही सिवनी लूट काण्ड के 11 आरोपियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 310(2), 126(2), 140(3), एवं 61(2) की धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
