समुद्री सहयोग को और अधिक मजबूत बनायेंगे भारत और केन्या

नयी दिल्ली 29 सितम्बर (वार्ता) भारत यात्रा पर आये केन्या की नौसेना के कमांडर मेजर जनरल पॉल ओवुर ओटीनो ने सोमवार को यहां नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी के साथ बातचीत की और इस दौरान दोनों पक्षों ने समुद्री सहयोग मज़बूत करने और द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ बनाने पर सहमति व्यक्त की।

मेजर जनरल पॉल ओवुर ओटीनो दो अक्टूबर तक चार दिन की भारत यात्रा पर हैं। उनकी यात्रा का उद्देश्य समुद्री सहयोग को बढ़ाना और द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करना है।

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि दोनों अधिकारियों की चर्चा समुद्री सहयोग से जुड़े कई मुद्दों पर केंद्रित रही, जिसमें संचालन, प्रशिक्षण और जल सर्वेक्षण संबंधी गतिविधियां, बहुपक्षीय अभ्यास एकिमे का आयोजन और भारत-केन्या समुद्री दृष्टिकोण के तहत साझेदारी को मज़बूत करना शामिल है।

इसके अलावा मेजर जनरल ओटीनो ने सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से भी मुलाकात की। दोनों ने भारत और केन्या के बीच स्थायी मित्रता पर चर्चा की। उन्होंने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ाने पर भी बातचीत की।

दोनों सैन्य अधिकारियों ने हिंद महासागर क्षेत्र में मौजूदा भू-रणनीतिक परिदृश्य पर भी विचार-विमर्श किया और शांति एवं स्थिरता के प्रति अपनी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि की।

मेजर जनरल ओटीनो गुरुग्राम स्थित हिंद महासागर क्षेत्र के लिए सूचना संलयन केंद्र के साथ-साथ कोच्चि स्थित भारतीय नौसेना की दक्षिणी नौसेना कमान के प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों का भी दौरा करेंगे, ताकि प्रशिक्षण सहयोग को बढ़ाया जा सके।

केन्या नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण समुद्री साझेदार बनी हुई है। उसने बहुपक्षीय अभ्यास ऐकिमे, हिंद महासागर नौसेना संगोष्ठी , गोवा समुद्री सम्मेलन और जिबूती आचार संहिता – जेद्दा संशोधन में सक्रिय भागीदारी की है।

इस सतत साझेदारी को रेखांकित करते हुए भारतीय नौसेना के प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन के जहाज आई एनएस तीर, आईएनएस सुजाता, आईएनएस शार्दुल और आईसीजीएस सारथी – ने हाल ही में दक्षिण-पश्चिम हिंद महासागर में अपनी लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के तहत केन्या के मोम्बासा बंदरगाह का दौरा किया। इस यात्रा में कई पेशेवर और सामाजिक बातचीत शामिल थीं, जिससे द्विपक्षीय समुद्री संबंध और अधिक प्रगाढ़ हुए।

 

 

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