इंदौर:इंदौर नगर निगम द्वारा देपालपुर नगर परिषद को स्वच्छता में नंबर वन बनाने का काम शुरू कर दिया है. आज महापौर ने देपालपुर में सफाई अभियान के लिए अधिकारियों और रहवासियों के साथ बैठक की. इसके बाद स्वच्छता अभियान को लागू करने की योजना बताई.महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने आज देपालपुर मे स्वच्छता अभियान की 100 दिवसीय रूपरेखा प्रस्तुत की. इसके तहत दस दिन बाद बड़े स्तर पर सफाई अभियान चलाया जाएगा.
उन्होंने स्थानीय पार्षदों और जनप्रतिनिधियों से कहा कि वो नगर वासियों को बता दें कि देपालपुर में 15 दिन बाद यदि सड़क पर कचरा दिखा तो 25,000 हजार रुपए जुर्माना लगाया जाएगा. महापौर ने कहा कि नगर की सुंदरता बढ़ाने के लिए यहीं के आयरन वेस्ट से ब्यूटीफिकेशन किया जाएगा. महापौर ने गाय पर विशेष ध्यान देने की बात भी कही. स्थानीय पशुओं का पालन-पोषण वहीं होगा. शेष को हातोद गौशाला भेजा जाएगा.
इसका निर्णय स्थानीय जनप्रतिनिधि लें. उन्होंने पार्षदों और जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे जनता को स्वच्छता के लिए जागरूक करें और सफाई की आदत डाले. बैठक में विधायक मनोज पटेल, देपालपुर नगर परिषद अध्यक्ष, इंदौर स्वच्छता प्रभारी अश्विनी शुक्ल, नगर निगम इंदौर से अश्विनी जनवदे, देपालपुर के पार्षद और इंदौर नगर निगम के स्वच्छता विभाग के अधिकारी मौजूद थे.
विधायक देंगे 11 लाख रुपए का पुरस्कार
विधायक मनोज पटेल ने कहा कि हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि इंदौर ने देपालपुर को नम्बर वन बनाने निर्णय लिया है. देपालपुर सिर्फ फंडिंग से साफ नहीं होगा, बल्कि इसके लिए जनभागीदारी और जनजागरण जरूरी है. उन्होंने घोषणा की कि देपालपुर का जो वार्ड सबसे स्वच्छ होगा, उस वार्ड को व्यक्तिगत रूप से 11 लाख रुपए का नकद पुरस्कार दूंगा. उन्होंने यह भी बताया कि देपालपुर का प्रसिद्ध पशु मेला सीसीटीवी निगरानी में होगा. साथ ही हर घर तक 25,000 कपड़े के झोले बांटे जाएंगे, ताकि प्लास्टिक का उपयोग कम हो.
निम्न तरह से होगी सफाई
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि 10 दिन बाद बड़े स्तर पर सफाई अभियान का शुरू किया जाएगा. उक्त अभियान में देपालपुर के हर नागरिक की भागीदारी जनजागरण के माध्यम होगी. साथ ही संसाधनों और कर्मचारियों की वृद्धि की जाए. महापौर ने कहा कि पहले जन जागरण अभियान और फिर नियम तोड़ने पर जुर्माना लगाया जाएगा.
देपालपुर की वर्तमान स्थिति
देपालपुर में लगभग 20 हजार जनसंख्या और तीन हजार मकान के साथ 15 वार्ड है. रोजाना 10टन कचरा निकलता है. फिलहाल 20 हजार से कम जनसंख्या वाले शहरों एमआर में 1710 रैंकिंग है और 20 टीपीडी क्षमता का कंपोस्ट प्लांट और सीएनडी प्लांट, 1 बावड़ी है। करीब 3 सौ गाय है.
