
इंदौर. शहर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवाय में चिकित्सकों की टीम ने एक बार फिर साबित किया कि जज़्बा और विशेषज्ञता से असंभव भी संभव हो सकता है. फिनिक्स मॉल के पास काम करते समय हादसे का शिकार हुए 25 वर्षीय युवक के पेट और जांघ में तीन लोहे के सरिये आरपार घुस गए थे. हालत बेहद गंभीर थी, लेकिन डॉक्टरों की टीम ने जटिल सर्जरी कर उसकी जान बचा ली.
उत्तरप्रदेश के देवरिया निवासी नितेश जायसवाल बीते चार वर्षों से इंदौर में सेनटिंग का काम कर रहे हैं. बीते दोपहर वे रोज की तरह काम पर थे कि अचानक दूसरी मंज़िल से फिसलकर नीचे जा गिरे. वहां निर्माणाधीन सेप्टिक टैंक में निकले सरिये उसका पूरा शरीर में धस गया था, तीन सरिये पेट और जांघ में घुस गए थे, मौके पर मौजूद नितेश के जीजा ने हिम्मत दिखाते हुए रस्सी से नितेश को बांधा और सरिये काटकर 108 एम्बुलेंस की मदद से एमवाय पहुंचाया. अस्पताल में हालत देख डॉक्टरों ने तुरंत ऑपरेशन का निर्णय लिया. जांच में पता चला कि सरियों से बड़ी और छोटी आंत के साथ-साथ अंतःपेशियों में छेद हो गए थे. ऑपरेशन के दौरान करीब एक लीटर खून निकाला गया और फटी आंतों को सिलकर ठीक कर दिया. सरिये रीढ़ और कूल्हे की हड्डी तक आरपार पहुंच गए थे, उसका भी तत्काल इलाज कर दिया.
