इंदौर: छोटा बांगड़दा रोड पर आरटीओ की विशेष मुहिम के दौरान पांच स्कूली वैन जब्त की गईं. चेकिंग के दौरान इनमें से कुछ वाहनों में बच्चों की संख्या निर्धारित सीमा से दोगुनी पाई गई. बच्चे किसी तरह ठूंसकर बैठे थे, कई तो ठीक से सांस भी नहीं ले पा रहे थे. वहीं, कुछ वैन ऐसी भी मिलीं जो प्राइवेट वाहन के रूप में रजिस्टर्ड थीं, लेकिन उन्हें स्कूली परिवहन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था. आरटीओ प्रदीप शर्मा ने बताया कि अभियान के दौरान बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई.
बच्चों को पहले सुरक्षित स्कूल पहुँचाया गया और उसके बाद ही संबंधित गाड़ियों को कब्जे में लिया गया. उन्होंने कहा कि बिना परमिट चलने वाली वैन बच्चों की जान को खतरे में डाल रही हैं जानकारों के मुताबिक शहर में सैकड़ों ऐसी प्राइवेट वैनें रोजाना बच्चों को स्कूल लाने-ले जाने का काम कर रही हैं. नियमों के अनुसार स्कूली वाहन चलाने के लिए परमिट लेना जरूरी है, जिसमें वाहन की फिटनेस, सुरक्षा इंतजाम और तय शर्तों का पालन होना अनिवार्य है. इसके बावजूद बिना अनुमति और क्षमता से ज्यादा बच्चों को बैठाकर वैन दौड़ रही हैं, जो कभी भी बड़े हादसे की वजह बन सकती हैं
