
अनूपपुर। विंध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिल गुप्ता को अंततः ब्राह्मण समाज के दबाव और बहिष्कार की चेतावनी के आगे झुकना पड़ा। करीब 12 दिन तक विवाद पर अड़े रहने के बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना की।
दरअसल, 28 अगस्त को जैतहरी में आयोजित एक कार्यक्रम में गुप्ता ने भाजपा महिला मोर्चा की जिला महामंत्री व नगर परिषद की पूर्व अध्यक्ष नवरत्नी शुक्ला के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था। इस बयान ने न केवल राजनीतिक हलकों में हलचल मचाई बल्कि ब्राह्मण समाज और महिला संगठनों में भी भारी रोष फैला दिया।
विप्र समाज की निर्णायक बैठक जैतहरी में विजय शुक्ला के फैक्ट्री परिसर में हुई, जिसकी शुरुआत भगवान परशुराम की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलन से हुई। बैठक में उपस्थित नेताओं ने इसे पूरे ब्राह्मण समाज की अस्मिता से जुड़ा मुद्दा बताया और चेतावनी दी कि माफी न मांगने पर अनिल गुप्ता का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। दबाव बढ़ते ही गुप्ता ने एक लिखित क्षमा याचना पत्र जारी कर कहा कि उनका उद्देश्य किसी की भावना आहत करना नहीं था, फिर भी यदि उनके कथन से समाज व मातृशक्ति की भावनाएं आहत हुई हों तो वे क्षमा प्रार्थी हैं।
सभा में क्षमा याचना पत्र का सार्वजनिक वाचन हुआ, जिसे समाज के वरिष्ठों ने स्वीकार कर विवाद समाप्त घोषित किया। इस आंदोलन को धार देने और समाज को एकजुट करने में कई विप्रजनों का उल्लेखनीय योगदान रहा।
