
महिदपुर। 31 अक्टूबर 2011 को राघवी थाने में एक युवती के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की गई थी, जिसमें आरोपी सुखराम बागरी को नामजद किया गया था। मामले के वर्षों से लंबित होने के चलते उज्जैन पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विशेष टीम गठित की गई। टीम का नेतृत्व थाना प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र सिंह बंदेवार कर रहे थे, जिसमें तकनीकी विश्लेषण व मुखबिर तंत्र की मदद ली गई। 4 जून 2025 को सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने महिदपुर के भीमाखेड़ा स्थित शिव मंदिर के पास दबिश दी। वहां से आरोपी सुखराम परमार (उम्र 35) को युवती के साथ गिरफ्तार किया गया। युवती के कथनों के आधार पर गंभीर धाराएं जोड़ी गईं और आरोपी को विधिवत गिरफ्तार किया गया।
