
कुक्षी।साहूकारी एक्ट के तहत सराफा व्यापारियों पर हो रही प्रशासनिक कार्यवाही के विरोध में नगर का सराफा बाजार आज मंगलवार को आधे दिन बंद रहा।सराफा एसोसिएशन सदस्यों नें एसडीएम से मुलाक़ात कर अपना पक्ष रखते हुए साहूकारी अधिनियम के तहत प्रशासनिक कार्यवाही पर चर्चा की। व्यापारियों नें बताया की सराफा का व्यवसाय बिना साहूकारी व्यवस्था के अधूरा है। सोना चांदी के गहने को आम आदमी भूख प्यास के लड्डू समझता है, और मुसीबत के समय वह या तो बेचता है या गिरवी रखता है। जिसके लिए उसे सराफा व्यापारी के यहां ही जाना पड़ता है । जिसे व्यापारी खरीद कर या गिरवी रखकर व्यक्ति को रुपयों की पूर्ति करता.ज्ञातव्य है की ग्रामीणों द्वारा साहूकारों के यहां गिरवी रखी गई ज्वेलरी को शिकायत के बाद नगर के व्यवसायियों पर प्रशासनिक कार्यवाही को लेकर सराफा एसोसिएशन लामबंद होकर विरोध स्वरूप अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद कर विरोध जताया। सराफा एसोसिएशन के संरक्षक नरेश चौधरी ने कहा कि प्रशासन की कार्यवाही दोषपूर्ण है। प्रशासन पुलिस सहित पूरे दलबल के साथ व्यापारी के प्रतिष्ठान पर जाता है, एवं सभी जायज नाजायज दस्तावेजों को खंगालता है तथा व्यापारी जो कि बेगुनाह हे उसे अपराधी घोषित करने की कोशिश करता है। वही सराफा एसोसिएशन के संरक्षक राणाप्रताप गुप्ता ने कहा कि प्रशासन सूदखोरी और साहूकारी मे अंतर को समझे हम भी सुथखोरी के खिलाफ हैं इस अंतर को प्रसाशन को समझना होगा।एसोसिएशन से चर्चा में विशाल धाकड़ ने शासन के नियमों की जानकारी देते हुए बताया कि हम शासन के आदेश और कानूनी प्रक्रिया के अधीन अपनी कार्यवाही कर रहे हैं तथा व्यापारियों से भी आग्रह किया कि आप भी पारदर्शी व्यापार करे , जिससे कि कानूनी उलझनों में न उलझना पड़े।
