
झाबुआ। झाबुआ जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के खिलाफ भाजपा समर्थितों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 15 मई को कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जिला पंचायत कार्यालय पर मतदान की प्रक्रिया संपन्न कराई गई। जिसमें सभी 14 जिपं सदस्य सम्मिलित हुए, लेकिन अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं हो सका। मतों की गणना में 10 मत पक्ष में पड़े, जबकि 3 मत विरोध में पडे और एक मत निरस्त हो गया। कलेक्टर नेहा मीना ने उच्च स्तर से अभिमत लेने के बाद अविश्वास प्रस्ताव के पारित न होने की घोषणा की। जिसकेे बाद जिला पंचायत कार्यालय परिसर में जमा सैकडों कांग्रेस समर्थक खुशी से झुम उठे। अब यह स्पष्ट हो गया कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर सोनल जसवंत भाभर बनी रहेंगी।
हमारा अध्यक्ष बनना चाहिए
भाजपा के जिला पंचायत सदस्य विजय भाबर का कहना है कि हमको सबसे अधिक 10 मत मिले हैं और कांग्रेस के पास सिर्फ 3 मत है और एक निरस्त हुआ है। सबसे अधिक मत हमारे हैं नियमानुसार भाजपा का ही अध्यक्ष बनना चाहिए। वही कानूनी जानकारों की माने तो पंचायत अधिनियम 1994 की धारा उपधाराओं के अंतर्गत या आम चुनाव नहीं होकर अविश्वास प्रस्ताव चुनाव प्रक्रिया है।
