सीहोर. प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रकाश चंद्र आर्य द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर लोक अदालत का शुभांरम किया.नेशनल लोक अदालत में 598 लंबित प्रकरणों का निराकरण हुआ है एवं टेकन अप प्रकरणों में से लगभग 73 प्रतिशत प्रकरणों का निराकरण किया गया है.
दीपेन्द्र मालू के न्यायालय में लंबित आपराधिक प्रकरणों में आरोपी व फरियादी दोनों को एक-दूसरे पर आपराधिक प्रकरण दर्ज हुआ था. दोनों प्रकरण के आरोपी व फरियादी को समझाइश दी गई. किन्तु वह किसी भी स्थिति में राजीनामे के लिए तैयार नहीं थे. उनका पारिवारिक मामला होने के कारण विजिट के दौरान पक्षकारों को बुलाकर व्यक्तिगत रूप से समझाइश दी गई एवं एक पक्षकार जो कि छोटा भाई एवं भतीजा था उसके द्वारा बड़े भाई एवं काका को चरण स्पर्श कर फिर गले मिलकर न्यायाधीश के प्रयासों से दोनों पक्षों के मध्य समझाइश करवाकर राजीनामा करवाया गया.
इसी प्रकार श्रीमती पूजा ने अपने पति धर्मराज के खिलाफ कुटुंब न्यायालय में भरण पोषण हेतु मामला प्रस्तुत किया था और उसके पति धर्मराज ने पत्नि पूजा के विरूद्ध तलाक का दावा प्रस्तुत किया था. दोनों करीब डेढ़ वर्ष से अलग-अलग रह रहे थे. आवेदक जितेन्द्र अपनी पत्नि उषा से तीन वर्ष से अलग निवास कर रहा था दोनो के तीन बच्चे हैं. न्यायालय में दोनों को तीनों बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए समझाईश दी.