
रीवा।मऊगंज के भाजपा विधायक प्रदीप पटेल अपनी गिरफ्तारी देने गुरुवार दोपहर करीब 1.47 बजे नईगढ़ी थाने पहुंचे. उन्होंने एक आवेदन दिया, जिसमें लिखा कि नईगढ़ी थाना प्रभारी लोगों से मुझे गिरफ्तार करने की धमकी दे रहे थे. इसलिए मैं यहां अपनी गिरफ्तारी देने पहुंचा हूं. मुझे मेरे अपराध व धाराओं की जानकारी दी जाए. रात 8 बजे तक थाने में बैठे रहे, बाहर भारी पुलिसबल तैनात रहा. कोई भी आला अफसर विधायक से मिलने अभी तक नही पहुंचा है.
विधायक मऊगंज प्रदीप पटेल अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ अभी भी थाने में डटे हुए हैं. थाने में मौजूद पुलिसकर्मी इस स्थिति से परेशान दिख रहे हैं. विधायक थाने में दोपहर से बैठे और अपनी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े है. कुछ देर के लिये घर गए थे और वापस फिर लौट आए. विधायक अपनी कार्यशैली को लेकर हमेश चर्चाओ में रहते है. इस बार थाने के अंदर बैठ गए है. खबर लिखे जाने तक कोई भी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी विधायक के पास मनाने या समस्या सुनने नही पहुंचा है. हालाकि थाने के बाहर भारी पुलिस बल तैनात है.
कौन सा मुकदमा मेरे ऊपर है पुलिस बताए: विधायक
विधायक प्रदीप पटेल ने बताया कि एक स्थानीय पत्रकार को नईगढ़ी पुलिस मऊगंज कलेक्ट्रेट से ले आई. जब रास्ते में थे तो मैने बात करने की कोशिश की, लेकिन बात नही हो पाई. बाद में पता चला कि थाना प्रभारी ने कहा कि अगला नम्बर हमारा है. कौन सा मुकदमा हमारे ऊपर है और मुझे घसीट कर क्यों लाना. मैं खुद ही गिरफ्तारी देने आ गया हूं, मैंने आवेदन दिया है. पुलिस के अधिकारी बताए कि मैने कौन सा अपराध किया है, किस मामले में मुझे गिरफ्तार करना है.
एसआई- विधायक के बीच लंबे समय से विवाद
बता दें कि एसआई जगदीश सिंह ठाकुर और मऊगंज विधायक के बीच लंबे समय से खींचतान चल रही है. इसके पहले एसआई जगदीश सिंह ठाकुर लौर थाने में पदस्थ थे. तब विधायक ने उनके खिलाफ लव जिहाद के मामले में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया था. इसके बाद लौर थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर और बीट प्रभारी फत्तेलाल को सस्पेंड कर दिया गया था. उस समय विधायक ने आरोपी को संरक्षण देने और पीडि़त परिवार से पैसों की मांग करने का आरोप लगाया था.
