मुंबई, 15 अप्रैल (वार्ता) दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में टिकाव के बीच घरेलू शेयर बाजार में दो प्रतिशत से अधिक की उछाल की बदौलत आज अंतरबैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 26 पैसे की मजबूती के साथ 85.84 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
वहीं, इसके पिछले कारोबारी दिवस रुपया 86.10 रुपये प्रति डॉलर पर रहा था।
शुरुआती कारोबार में रुपया 20 पैसे की तेजी के साथ 85.90 रुपये प्रति डॉलर पर खुला और सत्र के दौरान आयातकों एवं बैंकरों की डॉलर बिकवाली होने से 85.59 रुपये प्रति डॉलर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वहीं, लिवाली होने से यह 85.98 रुपये प्रति डॉलर के निचले स्तर पर भी रहा। अंत में पिछले दिवस के 85.84 रुपये प्रति डॉलर की तुलना में 26 पैसे की मजबूती के साथ 85.84 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
डीलरों के मुताबिक, रुपये ने मंगलवार को तेजी के साथ कारोबार किया, जो हाल के दिनों में इसकी मजबूती का संकेत देता है। यह लगातार दूसरा सत्र है जब रुपये में तेजी दर्ज की गई है। यह सुधार 09 अप्रैल, 2025 को दर्ज 86.80 के हालिया निचले स्तर से तेज रिकवरी के बाद आया है। रुपये की इस मजबूती के पीछे डॉलर सूचकांक में आई गिरावट एक प्रमुख कारण रही है, जिससे उभरते बाजारों की मुद्राओं को समर्थन मिला है। इसके अलावा, भारत के वित्तीय क्षेत्र की मजबूती ने भी रुपये को वैश्विक अस्थिरता के बीच स्थिर बनाए रखने में मदद की है।
वहीं, व्यापार शुल्क और वैश्विक आर्थिक विकास को लेकर कुछ चिंताएं अभी भी बनी हुई हैं, लेकिन फिलहाल बाजार में बेहतर निवेश भावना और स्थिर पूंजी प्रवाह के संकेत देखे जा रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में रुपये की चाल 85.00 से 87.00 के दायरे में बनी रह सकती है। आगे की दिशा मुख्य रूप से डॉलर सूचकांक के रुझान, प्रमुख आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक जोखिम संकेतकों पर निर्भर करेगी।
