भोपाल। राजधानी में सार्वजनिक परिवहन का सबसे बड़ा स्त्रोत लाल बस जो भोपाल को एक दूसरे से जोड़ती है बीते कई महीनो से बंद पड़ी है. जिससे बस स्टॉप पर यात्रियों की लंबी कतारें लग रही हैं। सुबह और शाम के व्यस्त समय में तो स्थिति और भी बदतर हो जाती है। ठेलमठेल और धक्का-मुक्की के बीच लोग जैसे-तैसे बसों में चढऩे को मजबूर हैं। कई बार तो भीड़ इतनी अधिक होती है कि यात्रियों को दरवाजे पर लटककर सफर करना पड़ता है। महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। उन्हें अक्सर बस में चढऩे के लिए मशक्कत करनी पड़ती है और कई बार तो बस खचाखच भरी होने के कारण वे चढ़ भी नहीं पाते हैं। बसों की संख्या में गिरावट से लोगों की दैनिक कार्यों पर गहरा असर पड़ रहा है। स्कूल जाने वाले छात्र, दफ्तर जाने वाले कर्मचारी और अन्य जरूरी कामों के लिए निकलने वाले लोग बसों की कमी के कारण भारी असुविधा का सामना कर रहे हैं। क्योंकि अब तक बसों का सञ्चालन कर रहे नगर निगम और भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं निकाल सके हैं,नतीजतन मौजूदा बसों पर यात्रियों का बोझ कई गुना बढ़ गया है। वही बीसीएलएल के मैनेजर रोहित यादव ने बताया इस साल के अंत तक सड़कों पर नई ई-बसों का सञ्चालन शुरू हो जाएगा पर जब तक इस समस्या का समाधान अभी तक नहीं निकला है
