सतना:केंद्रीय जेल सतना में निरुद्ध एक बंदी द्वारा वहां पर पदस्थ एक उप जेल अधीक्षक पर अन्य बंदियों के साथ मिलकर मारपीट करने और जान से मारने का षणयंत्र करने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं. इस मामले में बंदी के पिता द्वारा मप्र उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और जेल महानिदेशक को लिखित शिकायत भेजते हुए न्याय की गुहार लगाई गई है.
जिले के जैतवारा थाना क्षेत्र अंतर्गत चंदई गांव का निवासी प्रमोद कुशवाहा केंद्रीय जेल सतना में सजायाफ्ता के रुप में निरुद्ध है. बंदी के पिता सौखीलाल कुशवाहा द्वारा मप्र उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और जेल महानिदेशक को शिकायती आवेदन भेजकर न्याय की गुहार लगाई है. आवेदन के अनुसार केंद्रीय जेल सतना में बतौर उप जेल अधीक्षक पदस्थ अभिमन्यु पाण्डेय द्वारा बंदी प्रमोद के साथ स्वयं और अन्य बंदियों के साथ मिलकर गंभीर मारपीट की गई है.
इतना ही नहीं बल्कि उप जेल अधीक्षक द्वारा बंदी प्रमोद को जान से मारने का षणयंत्र भी किया जा रहा है. इस मामले के पीछे के कारण का उल्लेख करते हुए आवेदन में सौखीलाल द्वारा यह जानकारी दी गई है कि जेल के अंदर कारखाने में नवनीत सिंह ठाकुर के साथ उप जेल अधीक्षक ने मारपीट की थी. उक्त लंबित प्रकरण में बंदी प्रमोद चश्मदीद साक्षी था. साक्षी होने के कारण प्रमोद द्वारा न्यायालय में गवाही दी गई है.
जिसके चलते उप जेल अधीक्षक अभिमन्यु पाण्डेय प्रमोद से रंजिश मानने लगे. इसी रंजिश के चलते 28 मार्च की दोपहर पौने 3 बजे उप जेल अधीक्षक बंदी प्रमोद को जेल के उस स्थान पर ले गए जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं. उक्त स्थान पर उप जेल अधीक्षक ने बंदी रामसिंह कोल, मानिकलालू, बच्ची, कुबेर लोधी, कमलू सिंह, धीरेंद्र बिंदुआ, मुन्ना सहित अन्य लोगों के साथ मिलकर प्रमोद की बुरी तरह पिटाई की. इस दौरान डंडे, पट्टे और लात-घूंसों से गंभीर मारपीट की गई. इस दौरान जान से मारने की धमकी देते हुए उप जेल अधीक्षक ने कहा कि यदि उनके खिलाफ गवाही दी तो जेल के अंदर पागल का इंजेक्शन लगवाकर खत्म कर देंगे.
