अप्रैल पहले सप्ताह में होगा टेंडर जारी
इंदौर:आईडीए को एमआर-10 रेलवे ओवर ब्रिज की एनओसी मिल गई है. इसके टेंडर आईडीए अप्रैल के पहले सप्ताह में जारी करेगा. एमआर-10 पर एक ब्रिज और बन जाने से यह सड़क 8 लेन ब्रिज वाली हो जाएगी. खास बात यह है कि इस सड़क पर वर्तमान में पुल के दोनों ओर बॉटल नेक है, वह भी खत्म हो जाएगा.सुपर कॉरिडोर से बायपास और उज्जैन रोड से जोड़ने वाली शहर के मुख्य सड़कों में से एक एमआर- 10 सड़क है.
उक्त सड़क पर यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखकर आईडीए 4 लेन का अतिरिक्त रेलवे ओवर ब्रिज बनाने जा रहा है. उक्त 4 लेन ब्रिज बनाने की रेलवे से एनओसी आईडीए को मिल गई है. उक्त ब्रिज के साथ रिवर ब्रिज भी बनाया जाएगा. पूर्व में रेल विभाग के पश्चिम क्षेत्र महाप्रबंधक कार्यालय से आईडीए को ब्रिज की ड्राइंग मिल गई है. आईडीए ब्रिज निर्माण के अप्रैल पहले हफ्ते में टेंडर जारी करेगा. एमआर-10 पर नया रेलवे ओवर ब्रिज बनने के बाद शहर के यातायात में सुगमता होगी. नया रेलवे ओवर ब्रिज सिर्फ बायपास तरफ जाने के लिए पूरा 4 लेन हो जाएगा. वहीं बायपास से सुपर कॉरिडोर एवं उज्जैन की तरफ जाने वाले वाहनों को सुगमता होगी.
दुर्घटना का अंदेशा कम होगा
वर्तमान में एमआर 10 पर 4 लेन ब्रिज बना हुआ है, जिससे दो लेन सुखलिया और बायपास की तरफ जाने और दो लेन बायपास और सुखलिया से सुपर कॉरिडोर एवं उज्जैन रोड जाने के लिए चल रही है. वर्तमान ब्रिज पर दोनों तरंग बॉटल नेक (ब्रिज उतरने के साथ एकदम तिरछी सड़क ) होने से दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है. वह भी खत्म हो जाएगा.
आठ लेन हो जाएगा
एमआर 10 सड़क पर 8 लेन ब्रिज हो जाएगा. 4 लेन आने और 4 लेन जाने के लिए होगी. एमआर 10 सड़क पर सुपर कॉरिडोर और बायपास जाने के लिए यातायात जाम होने और ट्रैफिक को सुगमता मिलेगी. हालांकि यह सुविधा दो साल बाद मिलेगी, लेकिन सिंहस्थ के पहले मिल जाएगी. इसकी वजह यह है कि ब्रिज निर्माण की जगह पूरी तरह से खाली और सुरक्षित है.
ब्रिज की अनुमानित लागत 85 करोड़
आईडीए ने एमआर 10 पर फोरलेन और 7.20 मीटर लंबे ब्रिज निर्माण के लिए 85 करोड़ रुपए लागत का अनुमान लगाया है। इसमें रिवर ब्रिज भी शामिल है।
