
भोपाल,खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने शुक्रवार को लोकसभा में कृषि अनुदान मांगों पर अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्रीय बजट में कृषि क्षेत्र के लिए जो बजट आवंटन किया गया है, वह अन्नदाता की समृद्धि का रोडमैप है। इसमें एक तरफ जहां महात्मा गांधी की ग्राम विकास की भावना दिखाई देती है, तो दूसरी तरफ बाबा साहेब अंबेडकर की दलितों-शोषितों को आगे बढ़ाने तथा पं. दीनदयाल उपाध्याय की अंत्योदय की भावना भी निहित है। विपक्षी दल की सरकारों ने 55 वर्षों तक देश पर शासन किया और ये गरीबी हटाने की बातें तो करते रहे, लेकिन गरीबी हटाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के प्रयासों से देश में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। शर्मा ने बजट में कृषि क्षेत्र के लिए किए गए अभूतपूर्व प्रावधान के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के प्रति आभार जताया।
शर्मा ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने, रोजगार प्रदान करने तथा देश के समग्र आर्थिक विकास में कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है। कृषि भारत के सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने के लिए महत्वपूर्ण है। इन तथ्यों को पहचानते हुए कृषि क्षेत्र के लिए बजट प्रावधान में उल्लेखनीय वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि जिन्होंने खेत नहीं देखे, गांव नहीं देखे और गरीबी नहीं देखी, वे कैसे गरीबों का दुख दर्द समझेंगे।
