वर्षों तक तुलाराम ‘कृष्णा प्रभुजी’ के नाम से आश्रम में रहे, लेकिन उनके घर का कोई पता नहीं चल सका। हाल ही में एसडीएम डबरा दिव्यांशु चौधरी ने प्रभुजी सेवा आश्रम में रहने वाले लोगों के आधार कार्ड बनवाने की पहल की। जब तुलाराम के फिंगरप्रिंट से आधार अपडेट करने की कोशिश की गई, तो उनका आवेदन अस्वीकार हो गया। आधार समन्वयक नीरज शर्मा ने जब उनकी आधार डिटेल निकाली, तो चौंकाने वाला सच सामने आया—तुलाराम पहले से ही आधार में पंजीकृत थे और उनका घर ग्राम मोहनपुर, तहसील चंदेरी, जिला अशोकनगर में था।
जब यह जानकारी तहसीलदार अशोकनगर दीपक शुक्ला तक पहुंची, तो उन्होंने तुलाराम के परिवार से संपर्क किया। जैसे ही परिवार को पता चला कि उनका बेटा जिंदा है, वे खुशी से फूले नहीं समाए। चार साल पहले चंदेरी में बने एक डैम के पास तुलाराम के लापता होने के बाद परिवार को लगा था कि उनकी बलि दे दी गई होगी। वर्षों से बेटे को मरा समझ चुकी मां ने जब सुना कि तुलाराम सुरक्षित हैं, तो उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।