
नयी दिल्ली, 10 मार्च (वार्ता) महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लाम्बा ने कहा है कि देश में आधी आबादी के साथ मोदी सरकार न्याय नहीं कर पा रही है और उनकी आवाज दबाकर महिला आरक्षण विधेय को लागू नहीं किया जा रहा है इसलिए महिल कांग्रेस के कार्यकर्ता देश की महिलाओं के हितों की लड़ाई के लिए सड़क पर उतर कर आंदोलन कर रहे हैं।
श्रीमती लाम्बा ने सोमवार को यहां जंतर मंतर पर आयोजित संसद का घराव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश में महिलाओं और बेटियों के साथ लगातार अपराध हो रहे हैं। पीड़ित महिलाओं की आवाज नहीं सुनी जा रही है लेकिन कांग्रेस अत्याचार सहने वाली महिलाओं की आवाज बनेगी और केंद्र की तानाशाह सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करेगी।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को संसद तथा विधानसभाओं में 33 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए महिला आरक्षण विधेयक संसद में पारित किया गया और कांग्रेस तथा इंडिया समूह ने इस विधेयक को पहले ही पारित करवा दिया लेकिन सरकार इसे क्रियान्वित नहीं कर रही है। विधेयक को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है और इसके लिए सरकार पर दबाव बनाने के वास्ते महिला कांग्रेस के कार्यकर्ता आंदोलन चला कर अभियान शुरु कर रहे हैं। महिला कांग्रेस की कार्यकर्ता देश की आधी आबादी की आवाज बनेगी और देश तथा देश बाहर भी भारत की बेटियों के साथ अन्याय करने वालों के खिलाफ आंदोलन करेगी।
महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के राज्य में एक दलित महिला के साथ दुष्कर्म होता है लेकिन उसकी प्राथमिकता दर्ज नहीं होती है। इसकी वजह यह है कि बलात्कार का आरोप भाजपा विधायक पर लग रहा है और अपने विधायक को बचाने के लिए श्री शाह और श्री मोदी इस मामले में खामोश हैं। मोदी सरकार महिलाओं को संरक्षण और न्याय देने की बजाय उनके अधिकारों का ही हनन किया जा रहा है और पीड़िता की प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की जातीा है।
उन्होंने कहा कि महिला कांग्रेस देश की भाजपा सरकार महिलाओं को न्याय नहीं दे पा रही है इसलिए महिला कांग्रेस के प्रतिनिघि इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मिलना चाहते हैं लेकिन इस अपील को किए एक साल हो गया है लेकिन उनको राष्ट्रपति से मिलने का समय नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि वह महिला कांग्रेस के लोगों को मिलने का समय दें क्योंकि भाजपा सरकार महिलाओं की दिक्कतों को लेकर कुछ भी कदम उठाने को तैयार नहीं है इसलिए श्रीमती मुर्मु को उन्हें मिलने का समय देना चाहिए।