नयी दिल्ली (वार्ता) निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक ने गुरुवार को मार्च 2024 तिमाही के लिए 7,129.67 करोड़ रुपये का एकल शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि मार्च 2023 को समाप्त तिमाही में 5,728,42 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
बैंक ने निदेशक मंडल की बैठक के बाद जारी बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 की इस अंतिम तिमाही के लिए उसकी शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) वार्षिक 11 प्रतिशत बढ़कर 13,089 करोड़ रुपये हो गई।
तिमाही के लिए शुल्क आय सालाना आधार पर 23 प्रतिशत बढ़कर 5,637 करोड़ रुपये हो गई।
खुदरा शुल्क सालाना आधार पर 33 प्रतिशत बढ़ा और बैंक की कुल शुल्क आय का 74 प्रतिशत था।
बैंक ने कहा, “ खुदरा कार्ड और भुगतान शुल्क में सालाना 39 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
कॉर्पोरेट और वाणिज्यिक बैंकिंग शुल्क कुल मिलाकर 2 प्रतिशत बढ़कर 1,478 करोड़ रुपये हो गया।
तिमाही के लिए व्यापारिक आय लाभ 1,021 करोड़ रुपये रहा; विविध आय 107 करोड़ रुपये रही।
उसने कहा कि तीसरी तिमाही में बैंक का सकल एनपीए 1.58 प्रतिशत के मुकाबले चौथी तिमाही में 1.43 प्रतिशत रहा।
शुद्ध एनपीए भी घटकर 0.31 प्रतिशत पर आ गया।
तिमाही के दौरान बट्टे खाते में डाले गए खातों से वसूली 919 करोड़ रुपये रही।
बैंक के निदेशक मंडल ने एक रुपये प्रति शेयर अंतिम लाभांश देने का प्रस्ताव किया है जिसका भुगतान वार्षिक आम बैठक के समापन की तारीख से 30 दिनों के भीतर किया जाएगा।
एक्सिस बैंक बोर्ड ने भारतीय/विदेशी मुद्रा में ऋण उपकरण जारी करके धन जुटाने को मंजूरी दे दी, जिसमें दीर्घकालिक बांड, मसाला बांड, टिकाऊ/ईएसजी बांड (हरित बांड सहित), वैकल्पिक/अनिवार्य रूप से परिवर्तनीय डिबेंचर, गैर-शामिल हैं।